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CEC Gyanesh Kumar: ज्ञानेश कुमार को भारत का 26वां मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। बुधवार (19 फरवरी) को ज्ञानेश ने CEC का पदभार ग्रहण कर लिया है। ज्ञानेश का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा।

CEC Gyanesh Kumar: 1988 बैच के IAS अधिकारी ज्ञानेश कुमार को भारत का 26वां मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया है। बुधवार (19 फरवरी) सुबह 9.20 बजे ज्ञानेश ने CEC का पदभार ग्रहण कर लिया है। ज्ञानेश नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले CEC हैं। ज्ञानेश का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा। ज्ञानेश के 4 साल के कार्यकाल में 20 राज्य और 1 एक केंद्रशासित प्रदेश (पुडुचेरी) में चुनाव होंगे। बता दें कि मौजूदा CEC राजीव कुमार मंगलवार (18 फरवरी) को रिटायर हो गए हैं।

चुनाव आयोग मतदाताओं के साथ था और रहेगा
ज्ञानेश कुमार ने कार्यभार संभालने के बाद कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिए पहला कदम मतदान है। इसलिए भारत का हर नागरिक जो 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुका है, उन्हें मतदाता जरूर बनना चाहिए और मतदान जरूर करना चाहिए। भारत के संविधान, चुनावी कानूनों, नियमों और उसमें जारी निर्देशों के अनुसार चुनाव आयोग मतदाताओं के साथ था, है और रहेगा। 

ज्ञानेश कुमार कौन हैं! जानिए  
ज्ञानेश कुमार का जन्म 27 जनवरी 1964 को हुआ। ज्ञानेश कुमार ने कानपुर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) से सिविल इंजीनियरिंग में बी.टेक. पूरा करने के बाद आईसीएफएआई में बिजनेस फाइनेंस और अमेरिका के हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एचआईआईडी में पर्यावरण अर्थशास्त्र का अध्ययन किया। ज्ञानेश कुमार केरल कैडर और 1988 बैच के आईएएस हैं। केरल SC-ST डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर रहे। चुनाव आयुक्त बनने से पहले गृह मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेटरी रहे। संसदीय कार्य मंत्रालय में सेक्रेटरी रहे। UPA सरकार के दौरान रक्षा मंत्रालय में तैनात रहे।

अब कई राज्यों में कराएंगे चुनाव 
जम्मू कश्मीर में धारा 370 समाप्त करने और राज्य को केंद्र शासित प्रदेश बनाने वाले विधेयक का मसौदा ज्ञानेश ने ही तैयार किया था। इसके अलावा 3 तलाक को खत्म करने से जुड़ी मसौदा समिति में भी ज्ञानेश की अहम भूमिका रही। ज्ञानेश के कार्यकाल में तमिलनाडु, बिहार, पश्चिचम बंगाल, असम सहित 20 राज्यों और 1 एक केंद्रशासित प्रदेश (पुडुचेरी) में चुनाव होंगे। बिहार में सबसे पहले विधानसभा चुनाव होंगे। अंतिम चुनाव मिजोरम में होगा। 

ऐसे बने मुख्य चुनाव आयुक्त
बता दें कि सोमवार (17 फरवरी) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में हुई बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के तौर पर ज्ञानेश कुमार के नाम पर मुहर लगी। कानूनी प्रक्रिया के अनुसार, सर्च कमेटी ने चयन समिति को 5 नाम सौंपे। इनमें से किसी को मुख्य चुनाव आयुक्त चुना जाना था। समिति ने परंपरा के आधार पर सबसे सीनियर चुनाव आयुक्त ज्ञानेश का नाम CEC पद के लिए प्रस्तावित कर दिया। इसके बाद ज्ञानेश को नया CEC चुना गया। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। बैठक में राहुल गांधी ने चयन प्रक्रिया डिले करने सहित कुछ बिंदुओं पर अपना पक्ष रखा, लेकिन बहुमत के आधार पर उनकी आपत्तियों को खारिज कर दिया गया। 

कैसे होता है CEC का चयन? 
मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल वैसे तो छह वर्ष का होता है, लेकिन सेवानिवृत्ति के लिए निर्धारित 65 वर्ष की उम्र पूरी करते ही कई बार उन्हें पद छोड़ना पड़ता है। ज्ञानेश कुमार नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। इसके पहले प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा CEC नियुक्त किए जाते थे। सामान्य तौर सबसे सीनियर चुनाव आयुक्त को ही मौजूदा सीईसी का उत्तराधिकारी चुन लिया जाता था।

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