Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन के लिए दुनिया भर से लोग आ रहे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान से सिंधी समुदाय के 200 सदस्य आज, शुक्रवार (3 मई) को अयोध्या में रामलला मंदिर के दर्शन करेंगे। इनका तालुक पाकिस्तान के सिंध प्रांत से है। सभी एक महीने की धार्मिक यात्रा पर भारत आए हैं। सभी सड़क मार्ग से प्रयागराज से अयोध्या पहुंचेंगे। उनके साथ भारत से सिंधी समुदाय का 150 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल भी यात्रा पर है। 

राम की पैड़ी पर होगा स्वागत
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि सरयू घाट पर बने राम की पैड़ी पर पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल का स्वागत होगा। यहां सभी के लिए एक विशेष कार्यक्रम की व्यवस्था की गई है। केंद्र सरकार के अधीन एक स्वायत्त निकाय राष्ट्रीय सिंधी विकास परिषद के सदस्य विश्व प्रकाश रूपन ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल प्रयागराज से बस द्वारा अयोध्या पहुंचेगा।

रामलला।

भरत कुंड पहले जाएंगे, फिर गुप्तार घाट का दौरा
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि रूपन के अनुसार उनका पहला पड़ाव भरत कुंड होगा। उसके बाद सभी गुप्तार घाट जाएंगे। प्रतिनिधिमंडल के लिए अयोध्या में उदासीन ऋषि आश्रम और शबरी रसोई में विशेष व्यवस्था की गई है। वे शुक्रवार शाम राम की पैड़ी पर सरयू आरती में भी शामिल होंगे, जहां चंपत राय समेत राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य शामिल होंगे। 

सिंधी धाम आश्रम में विशेष इंतजाम
अयोध्या में सिंधी धाम आश्रम में एक विशेष कार्यक्रम की भी योजना बनाई गई है, जहां देश भर के विभिन्न सिंधी संघ प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करेंगे। उनके साथ संत सदा राम दरबार रायपुर के पीठाधीश्वर युधिष्ठिर लाल भी हैं। अयोध्या दौरे के बाद प्रतिनिधिमंडल एफ पर लखनऊ के लिए रवाना होगा। 

Ayodhya Ram Mandir

पीएम मोदी ने की थी प्राण प्रतिष्ठा
अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को हुआ था। उसी दिन भगवान रामलला की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठित की गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ गर्भगृह में पूजा पाठ की थी। इस आयोजन में 8 हजार से अधिक वीवीआईपी आमंत्रित थे। हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी भगवान राम के दर्शन किए। हनुमान गढ़ी में पूजा अर्चना की। शाम में सरयू आरती में शामिल हुईं। उनका यह पहला अयोध्या दौरा था।