G7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 50वें G7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) में शामिल होने के लिए गुरुवार को इटली रवाना हो गए। पीएम मोदी पांचवीं बार G7 समिट में हिस्सा लेंगे। वे इस सम्मेलन में सबसे सीनियर लीडर्स में से एक होंगे। यहां मोदी कई वैश्विक नेताओं के साथ शिष्टचार भेंट करेंगे और लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बातचीत कर सकते हैं। हालांकि, पीएम मोदी के कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ शिष्टाचार साझा करने की संभावना है, लेकिन उनके साथ कोई द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है।
अपडेट्स:
- इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने 50वें G7 शिखर सम्मेलन के लिए बोर्गो एगनाज़िया पहुंचने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की का स्वागत किया।
इन देशों के नेताओं से होगी पीएम मोदी वार्ता
- विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी 14 जून को बतौर आउटरीच देश G7 समिट में हिस्सा लेंगे। G7 शिखर सम्मेलन में यह भारत की 11वीं और मोदी की लगातार 5वीं भागीदारी है। यहां मोदी के G7 आउटरीच देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक करने की उम्मीद है।
- क्वात्रा ने कहा कि समिट में पीएम मोदी को G7 में शामिल वैश्विक नेताओं के साथ भारत और ग्लोबल साउथ के लिए अहम मुद्दों पर बातचीत का अवसर मिलेगा। पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एक दूसरे से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, इसे लेकर अब तक भारत सरकार की ओर से कोई औपचारिक पुष्टि नहीं की गई है।
कनाडा के साथ बिगड़ चुके हैं भारत के रिश्ते
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ पीएम मोदी के द्विपक्षीय अनुभव काफी निराशाजनक रहे हैं, क्योंकि कनाडाई पीएम टोरंटो से भारत की ओर बढ़ रहे खालिस्तानी आतंकवाद को संबोधित करने के इच्छुक नहीं हैं। वहीं, भारत भी जस्टिन ट्रूडो की चालों से नाखुश है, क्योंकि कनाडा ने अब तक अपने आरोपों को लेकर कोई भी सबूत नहीं दिया है कि पिछले 18 जून को वैंकूवर में भिंडरावाले टाइगर फोर्स के आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ है।
निज्जर की हत्या के बाद ट्रूडो ने भारत पर लगाए थे आरोप
- 18 सितंबर को गैंगवार में मारे गए निज्जर की हत्या को लेकर जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई संसद में भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाए थे। निज्जर एक घोषित आतंकी था और उसके खिलाफ भारत में करीब 10 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज थे। इंटरपोल ने भी उसे रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था और वह कनाडा स्थित गैंगस्टर अर्शदीप सिंह, रिंकू बिहला और गोल्डी बराड़ का सरगना था।
- पिछले अक्टूबर में कनाडा को भारत से अपने 41 राजनयिकों को वापस बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा था, जब भारत ने देश में तैनात राजनयिकों की संख्या 62 से घटाकर 21 करके कनाडा की राजनयिक मौजूदगी में समानता की मांग की थी।