PM Modi South visit : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु में विभिन्न परियोजनाओं को उ्दघाटन करने के बाद मंगलवार की शाम लक्षद्वीप के अगत्ती पहुंचे। पीएम मोदी ने कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (KLI - SOFC) परियोजना का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लक्षद्वीप अनेक संभावनाओं से भरा है। आजादी के बाद लंबे समय तक लक्षद्वीप के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर ध्यान नहीं दिया गया। शिपिंग यहां की लाइफ लाइन है, लेकिन पोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत नहीं बनाया गया। चाहे स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो, पेट्रोल हो या डीजल लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हमारी सरकार अब इन चुनौतियों से निपट रही है। कई क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। भारत सरकार लक्षद्वीप के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
तमिलनाडु के साथ खड़ी है केंद्र सरकार
पीएम मोदी ने तिरुचिरापल्ली के नव निर्मित एयरपोर्ट बिल्डिंग का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने नेशनल हाइवे की कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इन सभी परियोजनाओं को 20 हजार करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने परियोजनाओं को उद्घाटन करने के बाद कहा कि केंद्र सरकार तमिलनाडु के लोगों के साथ खड़ी है। साल 2023 के पिछले कुछ महीने तमिलनाडु के लिए कठिन रहे है। भारी बारिश के कारण कई लोगों की मौत हुई। संपत्ति को नुकसान हुआ। हम राज्य सरकार की हर संभव मदद कर रहे हैं। केंद्र सरकार राज्यों की मदद के लिए पिछले 10 सालों में 120 लाख करोड़ रुपए दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगले 25 साल में भारत को विकसित बनाना है। इसके लिए आर्थिक विकास के साथ ही सांस्कृतिक विकास भी जरूरी है। अगर तमिलनाडु का तेजी से विकास होगा तो भारत का विकास भी तेज होगा।
दीक्षांत समारोह में लिया हिस्सा
इससे पहले प्रधानमंंत्री मंलगवार को करीब 10.30 बजे तिरुचि के भारतीदासन यूनिवर्सिटी पहुंचे। उन्होंने यहां पर दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने इस मौके पर छात्रों से कहा कि भारत में हाल के दिनों में कई अहम अर्थव्यवस्था साथ ट्रेड डील किए हैं। इससे हमारी गुड्स एवं सर्विस के लिए नए बाजार खुलेंगे। इससे हमारे युवाओं के लिए अनगिनत नए अवसर पैदा होंगे।
चाहे यह जी-20 जैसे संस्थानों की बात हो, क्लाइमेट चेंज को देखते हुए शुरू किए गए पहल या फिर ग्लोबल सप्लाई चेन में अहम भूमिका निभाने की बात हो। भारत का सभी वैश्विक समाधान के लिए शामिल होने पर स्वागत किया जा रहा है। कई वैश्विक और लोकल फैक्ट के कारण मौजूदा वक्त भारत के युवाओं के लिए बेहतरीन समय है। इसका इस्तेमाल देश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए करें।
बदलते वैश्विक माहौल के मुताबिक खुद को ढालें
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि आप में कुछ लोग सोच रहे होंगे कि आज का दिन आप सभी के लिए विश्वविद्यालय का आखिरी दिन है। हो सकता है इसके बाद आपको प्रोफेसर नहीं पढ़ाएंगे, लेकिन आपको जीवन कही आपका शिक्षक होगा। युवा अपने अंदर हमेशा सीखने की भावना जीवित रखें। इस दौरान आपको अनलर्निंग, रीलर्निंग और अपस्किलिंग पर ध्यान देना होगा। बदलते वैश्विक परिदृश्य में आपको अपने आप को बदलना होगा। बदलते वैश्वि माहौल के मुताबिक खुद को ढालना होगा। प्रधानमंत्री मोदी के साथ दीक्षांत समारोह में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और राज्यपाल आरएन रवि मौजूद रहे।
2047 तक भारत को विकसित देश बनाएंगे युवा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप जो साइंस सीखेंगे उसके गांव के किसान की मदद हो सकती है। जो तकनीक आप सीखेंगे वह किसी जटिल समस्या के समाधान में कारगर होगा। अगर आप बिजनेस मैनजेमेंट सीखेंगे तो वह व्यापार चलाने में और दूसरों की आमदनी बढ़ाने में मददगार होगा। इसी तरह अगर आप इकोनोमिक्स सीखेंगे तो यह देश की गरीबी करने में मदद करेगा। यहां पर जितने भी ग्रेजुएट बैठे हैं वे 2047 तक एक विकसित भारत बनाने में योगदान दे सकते हैं।
19, 850 करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन
दक्षिण राज्यों के दौरे पर पीएम मोदी कुल 19, 850 करोड़ रुपए के विकास परियोजनाओं को राष्ट्र के नाम समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपने दक्षिण दौरे की जानकारी दी। उन्होंने लिखा मैं अगले दो दिनों में तमिलनाडु, लक्षद्वीप और केरल के विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा। कार्यक्रम की शुरुआत तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली से होगी। वहां मैं भारतीदासन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लूंगा। तिरुचि की नई एयरपोर्ट बिल्डिंग का भी उद्घाटन किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य विकास परियोजनाएं भी शुरू की जाएंगी। इनसे आम लोगों को फायदा होगा।
कैसा है नव निर्मित तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट
प्रधानमंत्री मोदी जिस तिरुचिरापल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे वह खास है। इसे 1100 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है। एयरपोर्ट के एंट्रेस पर श्रीरंगम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की गई है। एयरपोर्ट के अंदर लकड़ी पर नक्काशी कर तमिल संस्कृति के मुताबिक हिंदू देवी-देवताओं के चित्र उकेरे गए हैं। यह इंटरनेशनल टर्मिनल सालाना 44 लाख पैसेंजर्स को सेवाएं देने में सक्षम होगा। पीक आवर्स में यह एयरपोर्ट करीब 3,500 पैसेंजर्स को सर्विस दे सकता है।
तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट की खासियत
- अंतरराष्ट्रीय यातायात के लिए दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा
- नया टर्मिनल: 60 चेक-इन काउंटर, 5 बैगेज कैरोसेल
- 60 अराइवल इमिग्रेशन काउंटर
- 44 डिपार्चर इमिग्रेशन काउंटर
- तिरुचिरापल्ली की संस्कृति से प्रेरित डिजाइन
- कोलम कला का इस्तेमाल जो श्रीरंगम मंदिर के रंगों को दर्शाता है