Rishikesh-Badrinath Highway Accident: उत्तराखंड में ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर शनिवार को अलकनंदा नदी में एक भीषण हादसा हो गया। रुद्रप्रयाग के पास बद्रीनाथ राजमार्ग पर लगभग 23 यात्रियों से भरा एक टेंपो ट्रैवलर अनियंत्रित होकर नदी में गिर गया, अब तक 14 लोगों की मौत की खबर है, जबकि 12 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। रुद्रप्रयाग एसपी विशाखा अशोक भदाने ने कहा- हमें जानकारी मिली है कि टेम्पो ट्रैवलर में 26  लोग सवार थे। 7 घायलों को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स ले जाया गया है।  

एसडीआरएफ और पुलिस की टीमों ने किया बचाव कार्य
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी हैं। घायलों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। स्थानीय प्रशासन भी मौके पर राहत कार्य में सक्रिय है।  स्थानीय स्वयंसेवकों की मदद से बाकी यात्रियों को बचाने की कोशिश की जा रही है।

मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने बताया कि दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। उन्होंने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टेम्पो ट्रैवलर में कुल कितने लोग सवार थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले में एक टेम्पो ट्रैवलर दुर्घटना की बहुत दुखद खबर मिली है। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी चिकित्सा केंद्र भेजा गया है। जिला मजिस्ट्रेट को घटना की जांच करने का आदेश दिया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने आगे कहा कि मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। मैं बाबा केदार से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।

घटनास्थल का जायजा
दुर्घटना स्थल पर एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। स्थानीय प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और घायलों को समय पर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। जिला मजिस्ट्रेट को इस घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।