(रुचि राजपूत)
Wednesday Upay : बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा का सर्वोत्तम दिन माना जाता है। इस दिन गजानन की पूजा करने से सारे विघ्न दूर हो जाते हैं और हर कार्य में सिद्धि प्राप्त होती है। इसके अलावा भगवान गणेश के मंत्रों की शक्ति से जातक की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। यदि आप भी अपनी मनोकामनाएं पूरी करना चाहते हैं तो बुधवार के दिन पूरे विधि विधान के साथ भगवान गणेश का पूजन करें। इससे मनचाहा वर प्राप्त होता है। हिंदू धर्म पुराणों के अनुसार भगवान गणेश की पूजा में कई प्रकार के मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। बुधवार के दिन किन मंत्रों का जाप करना चाहिए इसके बारे में हमें बता रहे हैं प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित धर्मेंद्र दुबे।
- भगवान गणेश का मूल मंत्र।
ऊं श्रीं ह्रीं क्लें ग्लौम गं गणपतये वर वरद सर्वजन जनमय वाशमनये स्वाहा तत्पुरुषाय विद्महे वक्रतुंडाय धिमहि तन्नो दंति प्रचोदयत ओम शांति शांति शांतिः
-हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार भगवान गणेश को सिंदूर अति प्रिय है इसलिए बप्पा को सिंदूर अर्पित किया जाता है। भगवान गणेश की पूजा के दौरान उन्हें सिंदूर चढ़ाते समय इन मंत्रों का जाप करें।
मंत्र
'सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्
शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥ ओम गं गणपतये नमः'
-बप्पा को चावल या अक्षत चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करें।
मंत्र
'इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः'
-इसके अलावा कुछ और भी मंत्र भी हैं जिनका जाप पूजा के समय किया जाता है।
1. ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।
2. ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात.
3. 'ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा'