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सूर्य देव को रविवार का दिन समर्पित किया गया है, इस दिन सूर्य नारायण की उपासना करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है और इंसान को कष्टों से मुक्ति मिलती है।

(रुचि राजपूत)

Raviwar ke Upay : सूर्य देव की उपासना का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत उच्च माना जाता है, क्योंकि सूर्य देव को जीवन का स्रोत माना जाता है और उनकी उपासना से शक्ति, स्वास्थ्य, और धन की प्राप्ति होती है। सूर्य देव को सनातन धर्म में एक मात्र प्रत्यक्ष देवता के रूप में पूजा जाता है, हर रविवार सूर्य देव को अर्घ्य देने से बहुत फायदे होते हैं, इसके अलावा उनकी पूजा करना भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। आइए जानते हैं हरदा के रहने वाले पंडित एवं ज्योतिषी धर्मेंद्र दुबे से कुछ सरल विधि, मंत्र और उनके फायदे.

सूर्य देव की उपासना की विधि

1. सूर्य उपासना का समय: सूर्योदय के समय या सूर्यास्त के समय को उपासना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।

2.  सूर्य ध्यान: सूर्य देव की मूर्ति या उनके चित्र मन में रखें और ध्यान करें। उनके ऊपर ध्यान केंद्रित करें और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।

3. सूर्य मंत्र: "ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः" यह मंत्र सूर्य देव की उपासना के लिए अद्भुत है। इस मंत्र का जाप करते समय सूर्य की ऊर्जा को अपने अंदर आने दें और महसूस करें।

सूर्य उपासना के फायदे:

1. शारीरिक स्वास्थ्य: सूर्य देव की पूजा से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।

2. मानसिक स्थिति में सुधार: सूर्य उपासना से मानसिक शांति और स्थिति में सुधार होता है, जिससे मनोबल बढ़ता है।

3. धन की प्राप्ति: सूर्य देव की कृपा से धन की प्राप्ति होती है और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।

4. बुद्धि और ज्ञान का वरदान: सूर्य की पूजा से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति अध्ययन और सोचने की क्षमता में सुधार प्राप्त करता है।

5. कष्ट निवारण: सूर्य देव की उपासना से अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम किया जा सकता है और व्यक्ति को कष्टों से मुक्ति मिल सकती है।

सूर्य देव की उपासना का यह सरल तरीका धार्मिकता और आध्यात्मिकता के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लाभ के लिए एक उत्कृष्ट उपाय हो सकता है।

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