Logo
Vivah Panchami 2024: पंचांग के मुताबिक, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 5 दिसंबर, 2024 की दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगी। वहीं इसका समापन 6 दिसंबर की दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर होगा।

Vivah Panchami 2024: प्रतिवर्ष मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को 'विवाह पंचमी' मनाई जाती है। यह पर्व विशेष तौर पर नेपाल में मनाया जाता है। इस दिन मंदिरों में भगवान राम और माता सीता का विवाह करवाया जाता है। इसके लिए नेपाल स्थित जनकपुरी धाम में तैयारियां भी जोरों-शोरों से चल रही है। 16 नवंबर को जनकपुर से तिलक हार भारत स्थित अयोध्या के लिए निकलेगा और 17 नवंबर तक पहुंचेगा। इसके पश्चात 18 नवंबर को प्रभु राम का तिलकोत्सव समारोह भारत में मनाया जाएगा। चलिए जानते है विवाह पंचमी की तिथि, पूजा विधि और इस दिन किये जाने वाले शुभ कार्यों के बारे में- 

विवाह पंचमी 2024 की तिथि 
(Vivah Panchami 2024 Date)

पंचांग के मुताबिक, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 5 दिसंबर, 2024 की दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगी। वहीं इसका समापन 6 दिसंबर की दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर होगा। उदयातिथि को देखते हुए विवाह पंचमी 6 दिसंबर 2024 शुक्रवार को मनाई जायेगी। 

विवाह पंचमी 2024 पूजा विधि 
(Vivah Panchami Puja Vidhi)

  • - सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य क्रिया के बाद स्नान करें। 
  • - अब लकड़ी की चौकी पर पीला या लाल कपड़ा बिछाएं। 
  • - कपड़ा बिछी चौकी पर मां सीता और प्रभु राम की तस्वीर स्थापित करें। 
  • - अब सर्वप्रथम प्रभु गणेश जी के मंत्र और हनुमान जी की आरती करें। 
  • - इसके पश्चात भगवान राम और मां सीता को पीले रंग की माला पहनाएं। 
  • - अब भगवान राम और मां सीता की आरती उतारें और फिर भोग अर्पित करें। 
  • -  पूजा के अंत में विवाह संपन्न करके वह प्रसाद सभी में वितरित कर दें। 

 
विवाह पंचमी पर करने वाले काम
(Vivah Panchami Par Kya Kare)

विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और मां सीता की पूजा अवश्य करें। कहते हैं, यह पूजा करने से साधक को जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा इस दिन दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है, जिससे मरणोपरांत मोक्ष प्राप्ति के द्वार खुलते है। साथ ही विवाह पंचमी वाले दिन अपने घर को साफ़-सुथरा रखें और मांसाहार या किसी भी तरह के नशे के सेवन से बचें। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

5379487