नई दिल्ली। इस समय टेस्ट क्रिकेट में बैजबॉल को लेकर काफी चर्चा हो रही। इंग्लैंड से निकले इस शब्द ने टेस्ट में बल्लेबाजी को पूरी तरह बदलकर रख दिया है। लेकिन अगर इंग्लैंड में ही इसकी हवा निकलती दिखे तो हैरानी होगी। ऐसा ही कुछ इंग्लैंड के क्लब क्रिकेट के एक मैच में हुआ। जहां बेन स्टोक्स की इंग्लिश टीम की बैजबॉल की पूरी तरह बैंड बज गई। दरअसल, एक क्लब मैच में पिता-पुत्र की जोड़ी ने कुल 208 गेंद खेली। लेकिन, रन सिर्फ 4 रन ही जोड़े।
स्टोक्स की टीम और क्लब मैच की तुलना नहीं की जा सकती है । लेकिन यह संकेत देता है कि बैजबॉल का अभी भी अंग्रेजी क्रिकेट की जड़ों पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है। ये मुकाबला डर्बीशर क्रिकेट लीग में डार्ले एबे क्रिकेट क्लब और मिकेलओवर के बीच हुआ था। इस मैच में मिकेलओवर 3rd XI ने 35 ओवर में 4 विकेट पर 271 रन ठोके थे, बिल्कुल बैजबॉल वाले अंदाज में।
टीम के सलामी बैटर मैक्स थॉम्पसन ने 128 गेंद में 186 रन कूटे थे। लेकिन, डार्ले एबी क्रिकेट क्लब के बल्लेबाजों ने तो ऐसा टुकटुक क्रिकेट खेला कि हर कोई हैरान रह गया। इस टीम ने 45 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 21 रन ही बनाए। डार्ले क्लब के 6 बल्लेबाजों में से केवल 2 ही रन बना पाए, लेकिन उनमें से कोई भी दोहरे अंक से आगे नहीं बढ़ पाया। 45 ओवर के क्रिकेट के बाद भी एक्स्ट्रा (9) के सबसे अधिक रन थे।
इयान बेस्टविक और थॉमस बेस्टविक की पिता-पुत्र की जोड़ी इस टुकटुक क्रिकेट की मुख्य शिल्पकार थी। इयान ने 137 गेंदों का सामना किया और एक भी रन नहीं बनाया। उनके बेटे थॉमस ने 71 गेंदों पर सिर्फ़ चार रन बनाए। इनमें से 70 डॉट बॉल थीं। थॉमस का एकमात्र स्कोरिंग शॉट बाउंड्री था।
48 साल के इयान बेस्टविक ने मैच के बाद बीबीसी रेडियो डर्बी से कहा, "यह पूरी दुनिया में फैल चुका है। ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, कतर में इसका जिक्र किया गया है। मुझे दुनिया भर से मित्रता के लिए अनुरोध मिले हैं।"