ICC Women's Under-19 T20 World Cup semi-final: आईसीसी महिला अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में भारत की टक्कर 31 जनवरी को इंग्लैंड से होगी। भारत इस टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन की तरह खेला है। भारत ने ग्रुप स्टेज में वेस्टइंडीज, मलेशिया और श्रीलंका को हराया था। इसके बाद सुपर-6 स्टेज में बांग्लादेश और स्कॉटलैंड को मात दी थी। भारत को सिर्फ श्रीलंका से थोड़ी चुनौती मिली, उसे भी निकी प्रसाद की अगुआई वाली भारतीय टीम ने 60 रन से रौंदा था।
भारत ने अपने सभी मुकाबले बायोमीस ओवल मैदान में खेले। सेमीफाइनल में पहुंचीं बाकी तीनों टीमों ने यहां एक भी मुकाबला नहीं खेला है।
भारत के लिए क्या काम कर रहा?
महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप में भारत की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों चल रही। वीजे जोशिता और शबनम शकील ने शुरुआती विकेट झटके हैं। भारत ने इस टूर्नामेंट में पावरप्ले में कुल 19 विकेट झटके हैं, जोकि सबसे ज्यादा हैं। जोशिता भुवनेश्वर कुमार की तरह दोनों तरफ नई गेंद को स्विंग कराती हैं। उनका एक्शन भी भुवनेश्वर से मेल खाता है।
तेज गेंदबाजों के अलावा भारत के बाएं हाथ के स्पिनर भी विपक्षी बल्लेबाजों पर काल बनकर टूटे हैं। पारुनिका सिसोदिया और आयुषी शुक्ला जहां सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी कर रही हैं तो वहीं वैष्णवी शर्मा गेंद को इतना घुमा रही कि बल्लेबाजों को उनकी बॉल समझ नहीं आ रही। वैष्णवी ने टूर्नामेंट में सबसे अधिक 12 विकेट लिए हैं। वो 2 बार प्लेयर ऑफ द मैच चुनी गईं हैं। हैट्रिक भी ले चुकी हैं।
जो काम वैष्णवी गेंद से कर रही, ऐसा ही कुछ जी तृषा बल्ले से कर रही हैं। उन्होंने महिला अंडर-19 टी20 विश्व इतिहास का पहला शतक ठोका है। उन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच में 59 गेंद में 13 चौके और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 110 रन कूटे थे, और विकेटकीपर जी कमलिनी के साथ पहले विकेट के लिए 147 रन जोड़े, जो आगामी WPL में मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं। हालाँकि उस पारी ने उन्हें टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर के रूप में समाप्त करने की स्थिति में ला दिया है।
तृषा ने श्रीलंका के खिलाफ मैच में 44 गेंद में 49 रन की पारी खेलकर भारत की जीत में अहम रोल निभाया था।
भारत की कमजोरी क्या है?
वेस्टइंडीज को 44, मलेशिया को 31 और बांग्लादेश को 8 विकेट पर 64 रन पर रोकने के बाद भारत ने क्रमशः 4.2, 2.5 और 7.1 ओवर में अपने लक्ष्य का पीछा किया। स्कॉटलैंड के खिलाफ़ त्रिशा और कमलिनी ने भी ज़्यादातर ओवर बल्लेबाज़ी की और बाकी बल्लेबाज़ों ने श्रीलंका के खिलाफ़ अपनी एकमात्र असली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।
उप-कप्तान सनिका चालके, जो नंबर 3 पर बल्लेबाजी करती हैं, टूर्नामेंट में कम से कम 20 गेंदों का सामना करने वाली एकमात्र अन्य बल्लेबाज़ हैं। अगर सेमीफाइनल में भारत के मध्य क्रम को बल्लेबाजी करनी पड़ती है, तो यह काफी हद तक बिना परखा हुआ होगा और यही भारत की कमजोरी है।
इंग्लैंड की ताकत क्या है?
इंग्लैंड क्रिकेट में बैजबॉल छाया हुआ है। उनकी अंडर-19 टीम भी इससे अलग नहीं। ओपनर डेविना पेरिन ने ये दिखाया है कि वुमेंस हंड्रेड 2022 में क्यों बर्मिंघम फीनिक्स टीम ने इस 15 साल की खिलाड़ी को अपने साथ जोड़ा था। उन्होंने 4 पारी में 146 के स्ट्राइक रेट से 131 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 5 छक्के भी मारे हैं।
प्रभावशाली यूएसए के खिलाफ 45 गेंदों पर 74 रन की डेविना की पारी से इंग्लैंड ने सिर्फ 14.2 ओवरों में 120 रन बनाए, जो इस टूर्नामेंट में सबसे सफल लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड है। टिली कॉर्टेन-कोलमैन अपने बाएं हाथ के स्पिन के साथ बिल्कुल सटीक हैं, उन्होंने 5.14 की औसत और 2.8 की इकॉनमी से सात विकेट लिए हैं। प्रिशा थानावाला अपनी ऑफब्रेक के साथ अच्छा समर्थन प्रदान करती हैं। ऑलराउंडर ट्रुडी जॉनसन ने नंबर 3 पर बल्लेबाजी कौशल दिखाया है। विकेटकीपर कैटी जोन्स, जो खुद को सारा टेलर की तरह मानती हैं, तीन मैचों में 9 शिकार कर चुकी हैं।