rohit sharma on jasprit bumrah: भारतीय क्रिकेट टीम ने एक और आईसीसी खिताब अपने नाम किया है। रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब जीता। यह मुकाबला 9 मार्च को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था। बड़ी बात ये रही कि टीम इंडिया ने जसप्रीत बुमराह के बिना ये खिताब जीता। 

भारतीय टीम के लिए यह टूर्नामेंट उतार-चढ़ाव भरा रहा, खासकर तब जब स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह चोट के कारण बाहर हो गए थे। लेकिन इसके बावजूद टीम इंडिया ने बेहतरीन रणनीति अपनाई और ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में बताया कि कैसे टीम ने बुमराह की गैरमौजूदगी में गेंदबाजी आक्रमण को मजबूत रखा। उन्होंने कहा, 'जब हमें पता चला कि जसप्रीत बुमराह उपलब्ध नहीं होंगे, तब हम ज्यादा सतर्क हो गए। हम जानते थे कि उनका करियर लंबा होगा, इसलिए हमें एक मजबूत बैकअप प्लान बनाना था।'

रोहित ने बताया कि टीम ने मोहम्मद शमी, अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि शमी का टीम में होना बेहद जरूरी था। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया था। हम जानते थे कि शमी, अर्शदीप और हर्षित जैसे गेंदबाज परिस्थितियों के अनुसार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।

कप्तान ने यह भी खुलासा किया कि जब टीम ऑस्ट्रेलिया में थी, तब उन्होंने ILT20 टूर्नामेंट देखा और पहले से ही दुबई की परिस्थितियों के अनुसार रणनीति तैयार कर ली थी।

इस टूर्नामेंट में भारत एक भी मैच नहीं हारा और पूरे अभियान में अजेय रहा। रोहित ने कहा,'हमने सभी पांच मैचों में टॉस गंवाया, लेकिन फिर भी ट्रॉफी जीती। यह हमारी टीम की सबसे बड़ी उपलब्धि है। जब मैंने ट्रॉफी उठाई, तब मुझे महसूस हुआ कि हम एक बार फिर बिना कोई मैच हारे खिताब जीत गए हैं।'

इस ट्रॉफी के लिए कुछ भी कर सकते: रोहित
रोहित ने टीम की भावनाओं को जाहिर करते हुए कहा, 'हम एक मजबूत टीम हैं और मैं ऐसी टीम के साथ खेलना पसंद करता हूं, जहां हर खिलाड़ी अपना रोल जानता हो। यह खेल जुनून और समर्पण का है। मैदान पर हम किसी को दुखी करने के लिए गाली-गलौज नहीं करते, बल्कि यह हमारी टीम भावना का हिस्सा है। हम इस ट्रॉफी को हासिल करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।'

इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय क्रिकेट टीम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह आईसीसी टूर्नामेंट्स की सबसे बड़ी ताकत बनी हुई है।