भारतीय क्रिकेट में दिग्गज खिलाड़ियों की कमी नहीं है, लेकिन टीम में कई ऐसे खिलाड़ी रहे। जिन्होंने देश के लिए बहुत ज्यादा मैच खेले, लेकिन उन्हें सबसे जरूरी फेयरवेल मैच नहीं मिल सका। पिछले 10 साल में भारत से सिर्फ सचिन तेंदुलकर और आशीष नेहरा को ही फेयरवेल मैच मिल सका है।
1. एमएस धोनी
फेयरवेल मैच नहीं मिलने वाले खिलाड़ियों में सबसे बड़ा नाम एमएस धोनी का ही हैं। उन्होंने भारत के 350 से ज्यादा वनडे और 90 टेस्ट खेल। उनकी कप्तानी में भारत ने टी-20 वर्ल्ड कप, वनडे वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती, लेकिन वह विदाई मैच नहीं खेल सके।
धोनी ने भारत के लिए आखिरी मैच 2019 के वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल के रूप में खेला। जिसके एक साल बाद 15 अगस्त 2020 को उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया था।
Happy Birthday Martin Guptill
— Cricketopia (@CricketopiaCom) September 30, 2024
That 'DIRECT' hit which ended the hopes of more than 1 Billion people in India to lift the World Cup in 2019. pic.twitter.com/j7mkSCpElU
2. युवराज सिंह
2011 के वनडे वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे युवराज सिंह ने भारत के लिए 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में भी कमाल का प्रदर्शन किया था। उन्होंने धोनी से पहले डेब्यू कर लिया था और भारत के लिए लगभग हर बड़े टूर्नामेंट में परफॉर्म किया। उन्होंने 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में आखिरी मैच खेला, जिसके 2 साल बाद 2019 में उन्होंने बगैर विदाई मैच के ही संन्यास भी ले लिया।
3. शिखर धवन
पिछले 10 साल से ICC टूर्नामेंट में भारत के सबसे बड़े बैटर रहे शिखर धवन ने इसी साल संन्यास लिया। वह 2013 और 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के टॉप रन स्कोरर रहे। उन्होंने 2015 और 2019 के वनडे वर्ल्ड कप में भी बहुत रन बनाए। इसके बावजूद उन्हें बगैर विदाई मैच के ही संन्यास लेना पड़ा। उन्होंने 2022 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेला था।