Chennai Test: बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई के एमए चिंदबरम स्टेडियम में 4 विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह ने बताया कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी में बदलाव किए क्योंकि दूसरे दिन उनकी सामान्य गेंदें काम नहीं कर रही थीं। बुमराह ने बताया कि उन्होंने मुशफिकुर रहीम का विकेट कैसे लिया, जब पिच से ज्यादा मदद नहीं मिल रही थी।

पिच से मदद नहीं, फिर बनाई खास रणनीति 
बुमराह ने दिन के खेल के बाद जियो सिनेमा से बातचीत में कहा कि गेंद थोड़ी पुरानी हो चुकी थी, ज्यादा मूवमेंट नहीं था, लेकिन पिच से कुछ उछाल मिल रही थी। मैंने सोचा कि अगर मैं थोड़ा आगे गेंद डालता हूं, तो बहुत ज्यादा स्विंग नहीं हो रही थी, इसलिए मैंने सोचा कि बल्लेबाजों के लिए रन बनाना मुश्किल कैसे किया जा सकता है। इसी पर मैंने ध्यान दिया और किस्मत से मुझे बाहरी किनारा मिला।

बुमराह ने बताया कि परिस्थितियों के कारण उन्हें अपनी गेंदबाजी में बदलाव करना पड़ा। उन्होंने कहा- मेरे पास ज्यादा विकल्प नहीं थे, क्योंकि जब मैं लंबी गेंद डालने की कोशिश कर रहा था, गेंद कुछ खास नहीं कर रही थी और रिवर्स स्विंग भी नहीं हो रही थी, इसलिए मुझे कुछ नया ट्राई करना पड़ा, क्योंकि जब पिच से मदद नहीं मिलती, तो गेंदबाज के तौर पर आपको प्रयोग करने होते हैं। पिच पर ग्रिप नहीं थी, इसलिए मैंने घरेलू क्रिकेट में इस्तेमाल किए गए कुछ तरीके आजमाए। आज वो काम कर गए और इसका अनुभव मेरे लिए फायदेमंद रहा।

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उन्होंने मैच में बाउंसर का उपयोग करने पर भी बात करते हुए कहा- टेस्ट क्रिकेट में मैं आमतौर पर इतने बाउंसर नहीं डालता। मौसम भी काफी कठिन था और मैं अभी टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रहा हूं तो मुझे कुछ बदलाव करने पड़े। पसीने की वजह से गेंद भी गीली हो गई थी और सीम भी गीली हो चुकी थी। ऐसे में विकेट लेने और रन रोकने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाने पड़े। इसके बाद बुमराह ने बताया कि कप्तान रोहित शर्मा के साथ गेंदबाजी रणनीति पर उनकी क्या बातचीत हुई।ॉ

एंगल बदला तो मिली कामयाबी 
उन्होंने कहा- रोहित गेंदबाजों को अच्छी तरह समझते हैं। मौसम कठिन था और सभी खिलाड़ी कुछ समय बाद वापसी कर रहे हैं। हम भी काफी समय बाद टेस्ट मैच खेल रहे थे, तो सभी को लय में आना था। बातचीत छोटे-छोटे स्पैल के बारे में थी, ताकि वो प्रभावी हो सकें। हमारे पास तेज गेंदबाज हैं, जो तेज गेंदबाजी करना चाहते हैं और स्पिनर हैं जो प्रभाव डाल सकते हैं। जब गेंद नई होती है, सीम कड़क होती है जिससे थोड़ा मूवमेंट मिलता है, तो हमें उसका फायदा उठाना था। बुमराह ने बताया कि हमने स्थितियों के हिसाब से एंगल बदला और मैं राउंड द विकेट आ गया। नई गेंद से थोड़ी मदद मिल रही थी और हमने उसी पर ध्यान दिया।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर भारत का स्कोर 81/3 था और कुल बढ़त 308 रन की हो चुकी थी। शुभमन गिल (33*) और ऋषभ पंत (12*) तीसरे दिन अपनी पारी को फिर से शुरू करेंगे। इससे पहले अश्विन के टेस्ट शतक (113), रविंद्र जाडेजा के 86 रन और यशस्वी जायसवाल के 56 रनों की बदौलत भारत ने दूसरे दिन 376 रन बनाए।