Indian Head Coach: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर के कार्यकाल की पहली चुनौती मिलीजुली रही। श्रीलंका में टीम इंडिया ने टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप किया तो वनडे सीरीज में उसे हार का सामना करना पड़ा। वनडे में भारत के पास सीनियर खिलाड़ी मौजूद थे। वहीं, अब टेस्ट यानी परीक्षा की घड़ी है। भारत को घर में बांग्लादेश के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है।
गंभीर के कोच बनने से पहले सोशल मीडिया पर ऐसी रिपोर्टें सामने आई थीं, जिनमें दावा किया गया था कि भारतीय टीम अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कोच का मॉडल अपना सकती है। हाल ही में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने गंभीर को सभी प्रारूपों का कोच नियुक्त करने के फैसले पर खुलकर बात की।
गंभीर तीनों फॉर्मेट में कोच, उनकी अनसुनी नहीं कर सकता
जय शाह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बात करते हुए कहा कि हमें नियुक्त कोच गौतम गंभीर की बात सुननी चाहिए। वह तीनों फॉर्मेट में कोचिंग करने को तैयार हैं। ऐसे में मैं कैसे कह सकता हूं कि अलग-अलग फॉर्मेट में दूसरे कोच रखे जाए। शाह ने कहा कि तीनों फॉर्मेट में करीब-करीब 70 प्रतिशत खिलाड़ी समान होते हैं।
हालांकि जय शाह ने यह बात भी कही कि हमारे पास कोच को लेकर अच्छा बैकअप है। हमारे पास NCA से कोच उपलब्ध रहते हैं। जब राहुल द्रविड ब्रेक ले रहे थे तो वीवीएस लक्ष्मण संभालने के लिए तैयार रहते हैं।
कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, रविचंद्रन अश्विन और जसप्रीत बुमराह सहित भारत के लाल गेंद क्रिकेट के प्रमुख खिलाड़ी दलीप ट्रॉफी में शामिल नहीं होंगे। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी साल के अंत में खेली जानी है, ऐसे में चयनकर्ताओं को टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा करने वाले खिलाड़ियों पर कड़ी नजर रखनी होगी।