England vs Pakistan Test: इंग्लैंड ने मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान का ऐसा बुरा हाल किया जो टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में नहीं हुआ। इंग्लैंड ने पाकिस्तान के पहली पारी में 556 रन के जवाब में रनों का एवरेस्ट खड़ा कर दिया। इंग्लैंड ने पहली पारी 823/7 रन के स्कोर पर घोषित की। इसके जवाब में पाकिस्तान ने अपनी दूसरी पारी में 64 रन पर पांच विकेट गंवा दिए हैं।
इंग्लैंड ने ये स्कोर 150 ओवर में बनाए। इंग्लिश टीम का रन रेट 5.48 रहा। यह टेस्ट इतिहास में पहला मौका है, जब किसी भी टीम ने 150 से कम ओवर में 800 रन से अधिक बनाए हैं। पाकिस्तान ने 7 गेंदबाजों से गेंदबाजी कराई। इनमें से 6 ने 100 से अधिक रन लुटाए। अबरार अहमद ने पाकिस्तान की ओर से सबसे अधिक 174 रन (35 ओवर) दिए। ये पहला मौका है, जब किसी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ पारी में 800 से अधिक रन बनाने का कारनामा किया है।
इससे पहले, पाकिस्तान के खिलाफ एक पारी में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम था। कैरेबियाई टीम ने 1958 में किंग्सटन में 3 विकेट पर 790 रन बनाए थे।
A mammoth innings 👏
— England Cricket (@englandcricket) October 10, 2024
Brooky is welcomed back after his sensational triple hundred 🏏
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इंग्लैंड ने इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड स्वाहा कर दिए।
- ये पाकिस्तान में किसी भी टीम का टेस्ट में सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले, पाकिस्तान ने श्रीलंका के खिलाफ 2009 के कराची टेस्ट में 6 विकेट पर 765 रन बनाए थे।
- इंग्लैंड की तरफ से इस टेस्ट में जो रूट और हैरी ब्रूक ने दमदार बल्लेबाजी की। दोनों के बीच 454 रन की साझेदारी हुई। ये इंग्लैंड की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप है। इससे पहले, 1957 में कॉलिन कॉड्री और पीटर मे ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे विकेट के लिए 411 रन जोड़े थे।
- यह पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में सबसे बड़ी साझेदारी भी है, जो 1958 में किंग्स्टन में कॉनराड हंट और गैरी सोबर्स द्वारा दूसरे विकेट के लिए बनाई गई 446 रन की साझेदारी से आगे है।
- रूट और ब्रूक ने चौथे या उससे नीचे के विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप भी की। इससे पहले सबसे बड़ी साझेदारी 449 रन की थी, जो 2015 में ऑस्ट्रेलिया के एडम वोजेस और शॉन मार्श ने वेस्टइंडीज के खिलाफ की थी।
- हैरी ब्रूक ने वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़ते हुए मुल्तान के सुल्तान का तमगा हासिल किया। उन्होंने 310 गेंद में मुल्तान में तिहरा शतक ठोका। ये इस मैदान पर सबसे तेज तिहरा शतक है और ओवरऑल दूसरा। वीरेंद्र सहवाग ने 2008 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई में 278 गेंद में ट्रिपल सेंचुरी जमाई थी। इससे पहले, इंग्लैंड की तरफ से सबसे तेज तिहरा शतक वॉली हैमंड के नाम था। उन्होंने 1933 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 355 गेंद में ट्रिपल सेंचुरी जमाई थी।