Mumbai vs Vidarbha Ranji Trophy semifinal: विदर्भ ने 42 बार की रणजी ट्रॉफी चैंपियन टीम मुंबई का गुरुर तोड़ दिया और सेमीफाइनल में 80 रन से हराकर फाइनल में जगह पक्की कर ली, जहां विदर्भ की टक्कर केरल से होगी। केरल पहली बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा है। 

मुंबई और विदर्भ के बीच हुए सेमीफाइनल की बात करें तो अजिंक्य रहाणे की अगुआई वाली मुंबई टीम मैच के पांचवें और आखिरी दिन शुक्रवार को 325 रन पर ऑल आउट हो गई। 8वें नंबर पर बैटिंग के लिए आए शार्दुल ठाकुर ने काफी संघर्ष किया। उन्होंने 124 गेंद में 66 रन की पारी खेली। लेकिन शार्दुल का अर्धशतक भी मुंबई की हार नहीं टाल पाया और विदर्भ ने चौथी बार फाइनल में जगह बना ली। इसके साथ ही विदर्भ ने पिछले फाइनल में मुंबई के हाथों मिली हार का बदला ले लिया। तब अजिंक्य रहाणे की मुंबई टीम ने विदर्भ को हराकर रिकॉर्ड 42वीं बार खिताब जीता था। 

मुंबई ने विदर्भ के खिलाफ सेमीफाइनल में आखिरी दिन शुक्रवार को कल के 83/3 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था लेकिन एक रन स्कोरबोर्ड में अभी जुड़े थे और शिवम दुबे आउट (12) आउट हो गए। उनका विकेट यश ठाकुर ने लिया था। इसके बाद सूर्यकुमार यादव(23) रन को हर्ष दुबे ने आउट कर दिया। जल्द ही ओपनर आकाश आनंद (39) भी आउट हो गए। 124 रन पर 6 विकेट गंवाने के बाद ऐसा लग रहा था कि मुंबई की पारी जल्द खत्म हो जाएगी लेकिन शार्दुल ठाकुर और शम्स मुलानी ने मोर्चा संभाला और 7वें विकेट के लिए 103 रन की साझेदारी कर मुंबई को मैच में बनाए रखा। हालांकि, 227 रन के स्कोर पर मुलानी (46) आउट हो गए। 

इसके बाद शार्दुल ने मोर्चा संभाला और निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ संघर्ष जारी रखा। 254 रन के स्कोर पर शार्दुल (66) को य़श ठाकुर ने बोल्ड कर दिया। इसके बाद मुंबई के हाथ से मैच फिसल गया। तनुष कोटियन ने 26, मोहित अवस्थी ने 34 रन और रॉयस्टन डायस के नाबाद 23 रन भी टीम के काम नहीं आ पाए और विदर्भ ने 80 रन मैच जीत लिया। हर्ष दुबे ने पांच विकेट झटके। उनके अलावा यश ठाकुर को 2 और पार्थ रेखाडे को 2 विकेट मिले। 

मैच की अगर बात करें तो विदर्भ ने पहली पारी में 383 रन बनाए थे। इसके जवाब में मुंबई की पहली पारी 270 रन पर खत्म हो गई थी। इस तरह विदर्भ को 113 रन की लीड मिली थी। दूसरी पारी में विदर्भ ने 292 रन जोड़कर मुंबई को 406 रन का टारगेट दिया था।