Shan masood statement: पाकिस्तान को घर में एक बार फिर टेस्ट में मुंह की खानी पड़ी। पहली पारी में 500 से अधिक रन बनाने के बाद पाकिस्तान टीम इंग्लैंड से मुल्तान टेस्ट पारी और 47 रन से हार गई। 147 साल के टेस्ट इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी टीम ने पहली पारी में 500 रन बनाए और वो पारी के अंतर से हारी। कल के 152/6 रन के स्कोर से आगे खेलते हुए पाकिस्तान टीम दूसरी पारी में 9 विकेट पर 220 रन बना सकी। अबरार अहमद अस्पताल में भर्ती होने के कारण दूसरी पारी में बैटिंग के लिए नहीं उतरे। इस हार से पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद खफा हैं। उन्होंने गेंदबाजों और बल्लेबाजों को अल्टीमेटम डे डाला।
पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने बताया कि यह हार कितनी निराशाजनक थी क्योंकि पहली पारी में 550 रन बनाने के बावजूद वे 10 विकेट नहीं ले पाए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इंग्लैंड ने मैच इसलिए जीता क्योंकि उनके गेंदबाज 20 विकेट लेने में कामयाब रहे और उनकी टीम को आगे बढ़ने के लिए यह तरीका भी निकालना होगा।
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शान मसूद ने गेंदबाजों-बल्लेबाजों को दिया अल्टीमेटम
शान मसूद ने कहा, "हमने तीसरी पारी या चौथी पारी के बारे में बात की लेकिन अंत में यह एक टीम गेम है। एक टीम के रूप में हर चीज के अपने फायदे या नतीजे होते हैं। जब आप 550 रन बनाते हैं, तो 10 विकेट लेना भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। तीसरी पारी में 220 रन, आपके पास किस तरह की बढ़त है, इस पर निर्भर करता है, यह भी एक अच्छा स्कोर हो सकता है। इंग्लैंड ने इस विकेट पर भी 20 विकेटों को लेने का तरीका ढूंढ लिया। हमें भी ऐसा करने का एक तरीका खोजना होगा। यह एक चुनौती है जिसे एक टीम को आगे बढ़ाना होगा।"
मसूद ने आगे कहा, "हमें खेल खेलना पसंद है, लेकिन हम नतीजों से दुखी हैं, एक राष्ट्र के तौर पर हम दुखी हैं, लेकिन जल्द ही सुधार की जरूरत है। हमें वह नतीजे नहीं मिल रहे हैं जिसका पाकिस्तान क्रिकेट हकदार है। हमें एक टीम के तौर पर सही काम करना होगा। हम सीरीज के मध्य में हैं, हमने टीम की मानसिकता और निरंतरता के बारे में बात की है। पिच कैसी भी हो, हमें कोई न कोई रास्ता निकालना ही होगा। इंग्लैंड ने यह दिखाया है। कभी-कभी परिस्थितियां आपके अनुकूल होती हैं, कभी-कभी नहीं। टेस्ट क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना एक अनिवार्य शर्त है और विकेट लेने के साथ ही रन बनाने से कोई समझौता नहीं हो सकता। मैं कभी भी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटता। दुख इस बात का है कि हमें वह परिणाम नहीं मिल रहे हैं जिसका पाकिस्तान क्रिकेट हकदार है।"