Shreyas iyer umpire controversy: श्रेयस अय्यर का रेड बॉल क्रिकेट में खराब फॉर्म जारी है। मुंबई की तरफ से खेल रहे श्रेयस जम्मू-कश्मीर के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच की दूसरी पारी में भी बड़ा स्कोर नहीं बना पाए। 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे श्रेयस दूसरी पारी में 17 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि, अपने विकेट को लेकर श्रेयस का अंपायर से विवाद हो गया। ये वाकया मुंबई की दूसरी पारी के 22वें ओवर में घटा। 

रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और हार्दिक तमोर के आउट होने के बाद श्रेयस अय्यर कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ मुंबई की पारी को संभालने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन, जम्मू-कश्मीर के कप्तान पारस डोगरा ने आकिब नबी को गेंद थमाई। उनका ये फैसला मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। आकिब ने श्रेयस को आउट कर दिया। नबी ने गुड लेंथ गेंद फेंकी। श्रेयस ने इस गेंद को ऑफ साइड पर खेलने की कोशिश की लेकिन गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर कन्हैया वाधवान के पास गई और उन्होंने शार्प कैच पकड़ लिया। 

अंपायर ने इसके बाद श्रेयस को आउट दे दिया लेकिन वो मैदान पर ही खड़े रहे। श्रेयस को ऐसा लग रहा था कि कैच क्लीन नहीं था। इसी वजह से वो पिच पर ही खड़े रहे। इसके बाद श्रेयस की ऑन फील्ड अंपायर से बहस भी हुई। इसके बाद अंपायर ने साफ कर दिया कि कैच क्लीन था और श्रेयस आउट हैं। इस दौरान मुंबई टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे भी आ गए। ये दोनों कैच को सही तरह से लपके जाने को लेकर अंपायर से बहस कर रहे थे। दोनों का मानना था कि कैच सही तरीके से नहीं पकड़ा गया था। हालांकि, अंपायर से काफी देर तक बहस करने के बाद अय्यर को पवेलियन लौटना ही पड़ा। 

अजिंक्य रहाणे भी ज्यादा देर क्रीज पर नहीं टिके सके और 16 रन बनाकर चलते बने। इसके बाद शम्स मुलानी भी जल्दी पवेलियन लौट गए। मुंबई ने एक समय 101 रन पर 7 विकेट गंवा दिए थे। हालांकि, इसके बाद तनुष कोटियन और शार्दुल ठाकुर के बीच अहम साझेदारी हुई। दोनों ने टीम के स्कोर को 220 के पार पहुंचा दिया। खबर लिखे जाने तक शार्दुल ने 75 और तनुष ने 43 रन बना लिए थे।