India vs Australia 3rd Test: एडिलेड टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन काफी खराब रहा थाा। भारत ने पहली पारी में 180 और दूसरी में 175 रन बनाए थे। भारत की हार की वजह भी यही रही थी। अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर होना है, जहां विकेट पर उछाल रहता है और तेज गेंदबाजों को मदद भी मिलती है। 

पिछले टेस्ट में विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही नाकाम रहे थे। दोनों ही एक जैसी कमजोरी ही है। दोनों ऑफ स्टम्प से बाहर आती गेंदों पर परेशान नजर आ रहे। इसी वजह से ब्रिसबेन पहुंचने के बाद पहले प्रैक्टिस सेशन में विराट-रोहित दोनों ने अपनी इस कमजोरी को दूर करने पर काम किया। 

ऑफ स्टम्प से बाहर की गेंद कोहली की कमजोरी
विराट कोहली ने ब्रिसबेन में अपने पहले प्रैक्टिस सेशन में ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंदों को छोड़ने का काफी अभ्यास किया। वो पर्थ और एडिलेड दोनों टेस्ट में ऑफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदों को खेलने और छोड़ने के चक्कर में ही आउट हुए थे। ऐसे में कोहली ने प्रैक्टिस सेशन में अपने फुटवर्क और ऑफ स्टम्प की लाइन से बाहर जाती गेंदों को खेलने पर काफी काम किया। 

रोहित शर्मा ने भी प्रैक्टिस सेशन में पहले स्पिन गेंदबाजों का सामना किया और फिर नवदीप सैनी, यश दयाल के अलावा बाएं हाथ के थ्रो डाउन एक्सपर्ट्स के साथ काम किया। ताकि वो भी ऑफ स्टम्प के बाहर जाती गेंदों का ब्रिसबेन में अच्छे से सामना कर सकें। 

केएल राहुल, जिन्हें मौजूदा BGT 2024 सीरीज में ओपनिंग के लिए प्रमोट किया गया, को भी हेड कोच गौतम गंभीर के साथ लंबी बातचीत करते देखा गया। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने पूरी ताकत से गेंदबाजी करके अपनी फिटनेस को लेकर हो रही चर्चाओं पर विराम लगा दिया। ओपनर यशस्वी जायसवाल को भी आकाश दीप को गेंदबाजी करते हुए हाथ घुमाते हुए देखा गया। दूसरी ओर, तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज अपनी लाइन और लेंथ पर काम करने और आगामी टेस्ट में बुमराह को अच्छा समर्थन देने के लिए मजबूत दिखे। 

गाबा की पिछली जीत से भारत लेगा प्रेरणा
भारत ब्रिसबेन टेस्ट में एक बार फिर सीरीज़ में बढ़त हासिल करने के लिए उत्सुक होगा, जो यह तय कर सकता है कि सीरीज़ किस ओर जाएगी। पर्थ में पहले टेस्ट में 295 रन की शानदार जीत के बाद, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम पिंक बॉल के खिलाफ एडिलेड में पूरी तरह से धराशायी हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने ये टेस्ट 10 विकेट से जीता। इसलिए, मेहमानों के लिए ब्रिसबेन में ज़रूरी जीत हासिल करना और मेज़बानों को एक बार फिर दबाव में लाना बेहद ज़रूरी है। 

भारत ने 2020-21 दौरे पर ब्रिसबेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को हराया था और टीम इंडिया इस जीत से प्रेरणा ले सकती है। तब किसी टीम ने 32 साल बाद ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया को हराया था। भारत के लिए ये जीत इसलिए भी खास थी क्योंकि भारत ने गाबा टेस्ट जीतकर सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी।