Washington Sundar: पुणे टेस्ट का पहला दिन भारत और न्यूजीलैंड के लिए मिलाजुला रहा। एक बार फिर से न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पिच में तेज गेंदबाजों के लिए कोई मदद नहीं थी। लिहाजा रोहित शर्मा अपने अहम हथियार स्पिनर्स को सामने लाए। वाशिंगटन सुंदर ने अपने सेलेक्शन को बिलकुल सही साबित करते हुए 7 विकेट चटका दिए। रविचंद्रन अश्विन ने भी 3 विकेट लिए। दोनों की गेंदबाजी की बदौलत भारत ने न्यूजीलैंड को 259 रन पर ढेर कर दिया। 

कुलदीप नहीं तो वॉशिंग्टन सुंदर को क्यों खिलाया?  
बेंगलुरू टेस्ट में हार के बाद दूसरे टेस्ट में भारतीय मैनेजमेंट ने स्पिन ट्रैक की रणनीति अपनाई है। इसके चलते पुणे की पिच को स्पिन फ्रैंडली बनाया गया। वहीं, टीम में 3 बदलाव भी किए। इनमें से एक बदलाव कुलदीप यादव की जगह वॉशिंगटन सुंदर को खिलाना प्रमुख रहा। सुंदर को खास रणनीति के तहत प्लेइंग 11 में शामिल किया गया। जिस पर वह 100 प्रतिशत खरे उतरे। 

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ये रही खास रणनीति
दरअसल, कुलदीप यादव बाए हाथ से लेग स्पिन गेंदबाजी करते हैं। कुलदीप के पास काफी वेरायटी है, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम मैनेजमेंट ने जो रणनीति बनाई, उसमें कुलदीप यादव नहीं ब्लकि वाशिंगटन सुंदर सटीक बैठे। रणनीति के मुताबिक, कीवी टीम के टॉप बैटिंग ऑर्डर में बाए हाथ के बल्लेबाज हैं।

ओपन करने वाले कप्तान टॉम लॉथम और डेवोन कॉन्वे लेफ्टी हैं। मीडिल ऑर्डर में रचिन रवींद्र तो लोअर मीडिल ऑर्डर में मिचेल सैंटनर भी लेफ्ट हैंड बैटर हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ऑफ स्पिन खेलने में मुश्किल होती है। टीम में पहले से आर. अश्विन मौजूद थे, लिहाजा उनकी ताकत बढ़ाने के लिए वाशिंगटन सुंदर को खिलाया गया और रणनीति बिलुकल सटीक बैठी। वाशिंगटन सुंदर ने अकेले ही 7 कीवी बैटर्स को शिकार बनाया। इसके चलते पूरी टीम 259 रन पर ऑल आउट हो गई।  

सुंदर की 3 साल बाद जबरदस्त वापसी 
वाशिंगटन सुंदर को 3 साल बाद टेस्ट की टीम में जगह मिली। उन्होंने इस शानदार तरीके से फायदा उठाया और जबरदस्त कमबैक किया। पुणे में 7 विकेट लेकर उन्होंने अलग छाप छोड़ी है। कप्तान रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट के फैसले को उन्होंने सही साबित कर दिया।