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Aqib Ilyas Oman cricket team captain: टी20 विश्व कप 2024 में हिस्सा ले रही ओमान क्रिकेट टीम के कप्तान आकिब इलियास की कहानी युवराज सिंह जैसी है। युवराज की तरह ही इलियास ने कैंसर को हराकर मैदान में वापसी की और टीम की कप्तानी कर रहे।

नई दिल्ली। कैंसर किसी को भी तोड़ने के लिए काफी होता है और अगर ये बीमारी किसी क्रिकेटर के हिस्से आ जाए तो उसका करियर खत्म ही मान लिया जाता है। बेहद कम ही प्लेयर ऐसे होते हैं जो कैंसर को हराकर मैदान पर दोबारा वापसी करते हैं। युवराज सिंह इसकी मिसाल हैं। ऐसे ही एक उदाहरण आकिब इलियास ने भी पेश किया है। ये क्रिकेट की दुनिया का बहुत बड़ा नाम नहीं है लेकिन काम बड़ा किया। आकिब ने कैंसर को हराकर क्रिकेट मैदान में कमबैक किया और इस टी20 विश्व कप में ओमान की कप्तानी कर रहे हैं। 

वैसे, आकिब इलियास मूल रूप से पाकिस्तान के हैं। हालांकि, जब वो 6 महीने के थे, तब उनका परिवार ओमान शिफ्ट हो गया था और वो इस देश की तरफ से क्रिकेट खेल रहे और कप्तानी भी कर रहे। आकिब के लिए कैंसर से जंग आसान नहीं रही। इस दौरान ऐसा भी हुआ जब लगा कि पैर तक गंवाने पड़ सकते हैं। उन्होंने 18 महीने तक क्रिकेट नहीं खेली। लेकिन, परिवार के सपोर्ट और खेल के प्रति प्यार ने उन्हें दोबारा वापसी में मदद की। 

कैंसर का सुनकर मैं रोने लगा था: आकिब
आकिब ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगा कि जिंदगी और क्रिकेट दोनों खत्म हो जाएंगे। मैं डर गया था। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मुझे पहली बार 2021 में कैंसर के बारे में पता चला था। मैंने इसी दौरान अपने एक करीब दोस्त को इसी बीमारी की वजह से खो दिया था। जिस तरह मुझे बाएं पैर के एंकल में ट्यूमर था, ठीक वैसा ही ट्यूमर दोस्त को भी था। लेकिन वो बच नहीं सका। जब डॉक्टर ने मुझे बताया, तो ऐसा लगा जैसे मेरी पूरी दुनिया ही टूट गई हो। मेरे पास कोई उम्मीद नहीं थी, फिर से चलने या क्रिकेट खेलने की तो बात ही छोड़िए। पहला ख्याल ये आया कि मैं ज़िंदा रहूंगा या नहीं।"

'मैंने क्रिकेट से संन्यास का फैसला कर लिया था'
आकिब ने आगे बताया, "मुझे याद है कि मैंने कार से दुलीप मेंडिस (ओमान कोच) को मैसेज किया था और लिखा था 'सर, मैं क्रिकेट से संन्यास ले रहा हूं डॉक्टरों ने मुझे बताया है कि सूजन कैंसर है। और मैंने अपना मोबाइल बंद कर दिया।" अकीब का परिवार तब पाकिस्तान के सियालकोट में था, जहां उनके पिता भी बीमार थे। उनके छोटे भाई और एक चचेरे भाई ने महसूस किया कि कुछ गड़बड़ है। इलियास कहते हैं, "जब मेरे भाई ने मुझसे पूछा कि क्या हुआ, तो मैं रोने लगा। वे घबरा गए और मुझे घर बुलाया। कुछ दिनों के बाद, मुझे पंकज खिमजी (ओमान क्रिकेट के चेयरमैन) का फ़ोन आया कि बोर्ड सब कुछ संभाल लेगा और मुझसे पूछा कि मैं अपना इलाज कहां करवाना चाहता हूं। वह चाहते थे कि मैं लंदन जाऊं, मैंने उनसे पूछा कि क्या मैं इसके बजाय पाकिस्तान वापस जा सकता हूं। मैं अपने परिवार के साथ रहना चाहता था। डॉक्टर लाहौर आए, जहां मुझे डॉक्टर्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया और सर्जरी की गई। अच्छी खबर ये रही कि मेरा कैंसर मेलिगनेंट ट्यूमर नहीं था। इसलिए मेरी वापसी हो गई। 

आकिब इलियास की रिहैब प्रक्रिया धीमी रही थी। उन्हें कैंसर से उबरने में करीब 1 साल लगे। इसके बाद उन्होंने दोबारा क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया है और टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ओमान की कप्तानी कर रहे। बता दें कि ओमान को विश्व कप के ग्रुप सी में रखा गया है और टीम का पहला मैच नामीबिया के खिलाफ था, जिसे टीम ने सुपर ओवर में गंवा दिया। 

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