नई दिल्ली। टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर की अपनी पसंद का कोचिंग स्टाफ चुनने में मनमानी नहीं चलेगी। गंभीर को कोचिंग स्टाफ को लेकर बीसीसीआई से प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। गंभीर ने टीम इंडिया के बॉलिंग कोच के लिए साउथ अफ्रीका के पूर्व पेसर मोर्ने मॉर्कल के नाम की सिफारिश की थी। लेकिन, बीसीसीआई ने इस नाम को सिरे से खारिज कर दिया। 

गंभीर साउथ अफ्रीका के पूर्व पेसर मॉर्कल को भारतीय क्रिकेट टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बनाने के लिए उत्सुक थे। मॉर्कल पिछले साल वनडे विश्व कप के दौरान पाकिस्तान के बॉलिंग कोच रहे थे। वहीं, इस साल आईपीएल में भी उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए यही रोल निभाया था। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई ने मॉर्कल को टीम इंडिया का बॉलिंग कोच बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया।

यह गंभीर की गेंदबाजी कोच के रूप में तीसरी पसंद थी, जिसे बीसीसीआई ने खारिज कर दिया। इससे पहले कथित तौर पर आर विनय कुमार और लक्ष्मीपति बालाजी के नाम की उन्होंने सिफारिश की थी। बोर्ड और टीम इंडिया के नए मुख्य कोच के बीच पहले दौर की चर्चा में इन दो पूर्व भारतीय तेज गेंदबाजों को मंजूरी नहीं दी गई थी। गेंदबाजी कोच ही एकमात्र ऐसा विषय नहीं है, जिसमें बीसीसीआई ने गंभीर की सिफारिशों को खारिज किया है। फील्डिंग कोच के रूप में गंभीर की दो पसंद- रयान टेन डोशेट और जोंटी रोड्स को भी खारिज कर दिया गया है। 

गंभीर की टीम इंडिया के कोचिंग स्टाफ से जुड़ी प्राथमिकताओं में से केवल पूर्व भारतीय ऑलराउंडर अभिषेक नायर ही उनके असिस्टेंट कोच या बैटिंग कोच के रूप में उनके सहयोगी स्टाफ में शामिल होने के लिए अनुकूल स्थिति में हैं। अभी तक कुछ भी फाइनल नहीं हुआ है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि मुंबई के पूर्व क्रिकेटर, जिन्होंने दिनेश कार्तिक और श्रेयस अय्यर के करियर को बदलकर अपना नाम बनाया है, को मंजूरी मिलने की संभावना है।