नई दिल्ली। धर्मशाला टेस्ट जीतने के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए खुशखबरी आई है। बीसीसीआई ने टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने के इरादे से खिलाड़ियों के लिए नई इंसेंटिव स्कीम लागू करने का ऐलान किया है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। इस इंसेंटिव स्कीम के तहत टीम इंडिया के खिलाड़ियों को मैच फीस से अतिरिक्त पैसा मिलेगा।
जय शाह ने अपने पोस्ट में लिखा, "मुझे पुरुष टेस्ट टीम के लिए 'टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव स्कीम' की शुरुआत की घोषणा करते हुए खुशी हो रही। इसका उद्देश्य हमारे एथलीट्स को आर्थिक प्रोत्साहन देने के साथ स्थिरता प्रदान करना है। इसकी शुरुआत 2022-23 सीजन से होगी। टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव स्कीम अतिरिक्त इनाम के तौर पर काम करेगा, जो मौजूदा टेस्ट मैच फीस से अलग होगा, जोकि प्रति टेस्ट 15 लाख रुपये है।"
बीसीसीआई की बंपर स्कीम
बीसीसीआई ने पिछले महीने ही सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को चिठ्ठी लिखकर ये निर्देश दिए थे कि अगर वो फिट हैं तो घरेलू रेड बॉल क्रिकेट में हिस्सा लें। ऐसा नहीं करने की सूरत में नतीजे भुगतने के लिए कहा था। इसके बाद बीसीसीआई ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को रणजी ट्रॉफी को दरकिनार करने के कारण सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था। इसके बाद से ही ऐसी खबरें आ रही थीं कि बोर्ड घरेलू और टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए ऐसी कोई स्कीम ला सकती है।
बीसीसीआई की स्कीम के तहत भारत के लिए एक सीजन में जो खिलाड़ी 75 फीसदी से अधिक टेस्ट खेलेगा, उसे प्रति टेस्ट मैच 45 लाख रुपये अतिरिक्त मिलेंगे। बीसीसीआई द्वारा इस समय प्रत्येक टेस्ट क्रिकेटर को 15 लाख रुपये मैच फीस का भुगतान किया जाता है।
प्लेइंग-11 से बाहर रहने वाले को भी 22.5 लाख मिलेंगे
नई योजना 2022-23 सीज़न से प्रभावी है,जिसका मतलब है कि बोर्ड टेस्ट नियमित खिलाड़ियों को बकाया राशि देगा। इस योजना के लिए बीसीसीआई द्वारा प्रति सीजन 40 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान आवंटित किया गया है। यहां तक कि जो लोग उक्त ब्रैकेट में प्लेइंग इलेवन में नहीं हैं,उन्हें प्रति मैच अतिरिक्त मैच फीस के रूप में 22.5 लाख रुपये मिलेंगे।