नई दिल्ली। भारत और ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 3 वनडे की सीरीज का दूसरा मैच खेला जा रहा। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 50 ओवर में 8 विकेट पर 258 रन बनाए। भारत की तरफ से दीप्ति शर्मा सबसे सफल गेंदबाज रहीं।
दीप्ति ने आधी ऑस्ट्रेलिया टीम को पवेलियन की राह दिखाई। उन्होंने अपने वनडे करियर में दूसरी बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया। दीप्ति ने अपने कोटे के 10 ओवर में 38 रन दिए और 5 कंगारू बल्लेबाजों का शिकार किया।
लिचफील्ड ने 63 रन की पारी खेली
ऑस्ट्रेलिया के लिए फोबे लिचफील्ड ने सबसे अधिक 63 रन की पारी खेली। उन्होंने 6 चौके जमाए। लिचफील्ड के अलावा एलिस पेरी ने 50 रन बनाए। पेरी ने अपनी इस पारी में 5 चौके और 1 छक्का उड़ाया। डेब्यूटेंट श्रेयंका पाटिल और स्नेह राणा ने 20 ओवर गेंदबाजी की और 102 रन देकर 2 विकेट लिए।
किंग ने तूफानी पारी खेली
ऑस्ट्रेलिया की टीम सस्ते में आउट हो सकती थी। लेकिन, टीम इंडिया की खराब फील्डिंग का फायदा उठाकर ऑस्ट्रेलिया ने 258 रन का स्कोर खड़ा किया। भारत ने कुल 7 कैच छोड़े। इसमें से तीन तो शुरुआती 8 ओवर में ही टपका दिए थे। आखिरी के ओवर में अलाना किंग ने 17 गेंद में 28 रन की तूफानी पारी खेली और बीच के ओवर में 63 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद मुश्किल में दिख रही कंगारू टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।
लिचफील्ड को तीन जीवनदान मिले
फोबे लिचफील्ड को एक नहीं, बल्कि तीन-तीन जीवनदान मिले। भारतीय टीम ने लिचफील्ड का पहला कैच तब छोड़ा, जब वो 1 रन के स्कोर पर थीं। इसके बाद 10 और 16 रन के स्कोर पर भी लिचफील्ड का कैच छूटा। इसका फायदा उठाते हुए इस बैटर ने 63 रन की पारी खेली। भारत के स्पिनर्स ने अच्छी गेंदबाजी की थी। इसी वजह से एक समय 24 ओवर में 1 विकेट के नुकसान पर 117 रन बना चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम 40वें ओवर में 180 रन के स्कोर पर 6 विकेट गंवा चुकी थी।
ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों ने आखिरी 5 ओवर में 42 रन ठोके थे।