नई दिल्ली। सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर की आलोचना करना पूर्व ऑस्ट्रेलियाई पेसर मिचेल जॉनसन को भारी पड़ गया। वॉर्नर की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने के लिए जॉनसन के खिलाफ क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सख्त कदम उठाया। सीए ने जॉनसन के दो सार्वजनिक कार्यक्रमों में बोलने पर रोक लगाई।
न्यूज कॉर्प ने बताया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मिचेल जॉनसन को ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच पर्थ में हुए पहले टेस्ट के दौरान गेस्ट 2 अतिथि भाषण देने से रोक दिया था। ऐसा जॉनसन के उस कॉलम को लिखने के बाद हुआ, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में वॉर्नर की जगह पर सवाल उठाए थे और साथ ही 2018 में दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ की घटना में वॉर्नर के शामिल होने के बावजूद उन्हें 'हीरो जैसी' विदाई देने पर भी नाराजगी जताई थी।
सीए ने जॉनसन पर की कार्रवाई
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रवक्ता ने न्यूज कॉर्प को बताया, "मिचेल ऑस्ट्रेलिया के सबसे प्रसिद्ध गेंदबाजों में से एक हैं। लेकिन इस मौके पर हमने महसूस किया कि यह सभी के हित में था कि वह सीए के इवेंट में गेस्ट स्पीकर नहीं बनें।" पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल हसी को कथित तौर पर जॉनसन की जगह स्पीकर के रूप में शामिल किया गया था।
वॉर्नर ने किस्मत से शतक बनाया था: जॉनसन
बता दें कि मिचेल जॉनसन ने डेविड वॉर्नर के लिए अपने कॉलम में लिखा था, "पाकिस्तान के खिलाफ पर्थ टेस्ट के पहले दिन वॉर्नर ने शुरुआत में ही अपनी किस्मत आजमा ली और यह किसी भी तरफ जा सकता था। उन्होंने पहली पारी में वही काम किया, जिसे करने के लिए उन्हें सैलरी दी गई है। हालांकि, दूसरी पारी में वो शून्य पर आउट हो गए थे।"
जॉनसन ने वॉर्नर की आलोचना की थी
ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना था कि अपने पहले कॉलम में उन्होंने वॉर्नर की जो आलोचना की थी, वो सही थी और वो उसपर अब भी कायम हैं। जॉनसन ने लिखा, "मुझे लगता है कि कुछ हफ्ते पहले के कॉलम में मेरी राय अभी भी सही है। वॉर्नर ने पिछले समर में दोहरे शतक के अलावा 3 साल से रन नहीं बनाए थे। मुझे पूरी उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलियाई टीम पाकिस्तान और वेस्टइंडीज को बड़ी आसानी से हरा देगी। ऐसे में दोनों सीरीज के लिए उम्रदराज प्लेयर्स की जगह टीम में युवाओं को शामिल किया जाना चाहिए था। ये सही समय था।"