नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने टीम के पूर्व कप्तान हनुमा विहारी को शोकॉज नोटिस जारी किया है। हनुमा ने एक महीने पहले ही राज्य क्रिकेट संघ पर कप्तानी से हटाने के आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्होंने आंध्र प्रदेश की तरफ से खेलने से इनकार कर दिया था। कुछ दिन पहले ही आंध्र प्रदेश क्रिकेट संघ की एपेक्स काउंसिल ने उन्हें नोटिस जारी किया था, जिसका अबतक विहारी ने जवाब नहीं दिया है।
एसीए के एक ऑफिशियल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "हां, हमने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है और हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि एसोसिएशन इस मुद्दे को लंबा नहीं खींचना चाहता।
हनुमा विहारी को शोकॉज नोटिस मिला
अधिकारी ने आगे कहा,"यह सिर्फ यह पता लगाने के लिए है कि हनुमा ने पिछले महीने खिलाड़ी से विवाद होने पर इस तरह की प्रतिक्रिया क्यों दी थी। उन्होंने अपनी बात हम तक पहुंचाने की कोशिश ही नहीं की। उनके पास अपनी शिकायत सामने लाने का मौका था। हनुमा विहारी ने आंध्र प्रदेश के क्रिकेट के विकास में जो योगदान दिया है, उसकी अहमियत हम जानते हैं। उन्होंने आंध्र प्रदेश के क्रिकेट को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।"
हनुमा को खिलाड़ी से विवाद के बाद कप्तानी छोड़नी पड़ी थी
रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश से मिली हार के बाद हनुमा विहारी को कप्तानी से हाथ धोना पड़ा था। उन्होंने तब कहा था कि वो दोबारा कभी आंध्र प्रदेश की तरफ से नहीं खेलेंगे।
हनुमा ने नेता के बेटे पर आरोप लगाए थे
हनुमा ने तब इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर ये आरोप लगाए थे कि उन्हें इस साल जनवरी में बंगाल के खिलाफ आंध्र प्रदेश के रणजी ट्रॉफी के मैच के बाद राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण कप्तानी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था। शुरू में बोर्ड ने हनुमा की कप्तानी छोड़ने की वजह निजी बताई थी।
बाद में, विहारी, जिन्होंने भारत के लिए 16 टेस्ट खेले हैं, ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने साथी खिलाड़ियों का एक समर्थन पत्र भी पोस्ट किया था। हालांकि, बंगाल के खिलाफ मैच के दौरान 17वें खिलाड़ी केएन प्रुधुवि राज, जिनके बारे में विहारी ने संकेत दिया था कि इस मामले में उनकी भूमिका भी है, ने भी सोशल मीडिया पर कहा था कि विहारी ने उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं।
राज ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लिखा था,"किसी भी तरह के सोशल मीडिया पर निजी हमले और अभद्र भाषा मंजूर नहीं। टीम में हर कोई जानता है कि उस दिन क्या हुआ था।"