नई दिल्ली। आईपीएल 2024 में महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर ऋतुराज गायकवाड़ चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी कर रहे। गायकवाड़ की अगुआई में अबतक चेन्नई का प्रदर्शन अच्छा रहा है। सीएसके ने घऱ में खेले अपने सभी तीन मैच जीते हैं। ऋतुराज को इस साल भले ही टीम की कमान सौंपी गई है। लेकिन, उनकी तैयारी 2 साल पहले ही शुरू हो गई थी। उन्होंने केकेआर के खिलाफ मैच के बाद ये खुलासा किया।
कोलकाता नाइट राइडर्स पर सीएसके की सात विकेट की जीत के बाद कप्तान के रूप में पदभार संभालने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि वह खुद इस भूमिका में रहना चाहते हैं और धोनी की जगह भरने की कोशिश नहीं करना चाहते।
ऋतुराज ने कहा, "मुझे याद है कि 2022 में उन्होंने (धोनी) मुझसे कहा था, 'तुम्हें पता है, शायद अगले साल नहीं लेकिन उसके बाद तुम्हें कप्तानी करने का मौका मिल सकता है, इसलिए इसके लिए तैयार रहो। तो जाहिर तौर पर उसके बाद, मैं हमेशा इसके लिए तैयारी कर रहा था। यह (कप्तानी) मेरे लिए ऐसी नहीं थी कि जिस खबर को सुनकर मैं थोड़ा हैरान हो जाऊं। मेरी कोशिश यही रहेगी कि मैं सीएसके की संस्कृति को बरकरार रखूं।
ऋतुराज ने कप्तानी मिलने का किया खुलासा
ऋतुराज गायकवाड़ ने उन परिस्थितियों के बारे में तफ्सील से बताया, जिनमें धोनी ने इस सीज़न से पहले उन्हें यह खबर दी थी। ईमानदारी से कहूं तो, कप्तानी मिलने को लेकर धोनी से कोई बहुत लंबी या गहरी बात नहीं हुई थी। हम अभ्यास कर रहे थे और धोनी आए और सारी बातें मुझे बताईं। मैं साफ तौर से महसूस कर रहा था कि कैसे मैं धोनी की जगह लूंगा। लेकिन मैं पुरानी संस्कृति को जारी रखना चाहता हूं।
2 साल से फ्लेमिंग कप्तानी के लिए कर रहे थे तैयार
पिछले आईपीएल सीज़न में, हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग, जो खुद अपने करियर के दौरान एक चतुर कप्तान थे, ने नियमित बातचीत करके ऋतुराज को कप्तानी के लिए तैयार किया। पिछले साल, फ्लेमिंग और मैं हमेशा कप्तान की बात पर चर्चा करते थे। हर मैच के बाद हमने इस बारे में बात की कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूं, मुझे लगा कि गेंदबाजी में क्या बदलाव करने की जरूरत है और इसके पीछे क्या सोच है। तो, हां, हर मैच में हमने एक-एक पहलू पर बातचीत की। ये मेरे लिए जिम्मेदारी संभालने की तैयारी थी।
सीएसके की पुरानी संस्कृति बरकरार रखूंगा
ऋतुराज गायकवाड़ ने अपनी कप्तानी को लेकर आगे कहा, "आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में, आप 14 में से 14 मैच नहीं जीत पाएंगे, जाहिर तौर पर उतार-चढ़ाव होंगे। आप निश्चित रूप से चार, पांच, छह, सात मैच हारेंगे। तो जाहिर तौर पर आपको हर खेल को समान तीव्रता के साथ खेलना होगा। कभी-कभी विपक्षी टीम वास्तव में अच्छा क्रिकेट खेलती है। कभी-कभी टॉस मायने रखता है. कभी-कभी, आप जानते हैं, हम कुछ चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं इसलिए कुछ चीजें हैं जिन पर आपको ध्यान देना होगा। और इस साल मुझे लगता है कि हर टीम थोड़ी मजबूत है। इसके अलावा, हर टीम विशेष रूप से घरेलू मैदान पर मजबूत हैं।