नई दिल्ली. वर्ल्ड कप में चूकने के बाद अब टीम इंडिया का अगला बड़ा इम्तिहान दक्षिण अफ्रीका दौरा है. इसके लिए भारतीय क्रिकेट टीम का ऐलान हो गया है. इस टूर पर टीम इंडिया तीन टी20 और इतने ही वनडे और 2 टेस्ट मैच खेलेगी. वैसे, तो टीम इंडिया को अगले साल टी20 विश्व कप खेलना है. इसलिए बात टी20 मुकाबलों को लेकर ज्यादा हो रही लेकिन असल मायने में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की नजर दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने पर होगी. रोहित के सामने ये सबसे बड़ी चुनौती है. क्योंकि तीन दशक यानी 30 साल में भारत ऐसा कभी नहीं हुआ कि भारत टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में टेस्ट सीरीज में हरा पाया हो. यानी रोहित इस इतिहास को बदलना चाहेंगे और ऐसा वो युवा खिलाड़ियों के भरोसे करेंगे.
अजित अगरकर वाली सेलेक्शन कमेटी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए जो टेस्ट टीम चुनी है. उसमें दो अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे शामिल नहीं हैं. श्रेयस अय्यर की टीम में वापसी हुई है. अय्यर ने बैक सर्जरी के बाद वर्ल्ड कप में शानदार कमबैक किया था. उन्होंने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 11 मैच में 66 की औसत से 530 रन ठोके थे. टूर्नामेंट में इस दाएं हाथ के बैटर ने 2 शतक और तीन अर्धशतक भी ठोके थे और इस प्रदर्शन के दम पर अपनी फिटनेस को लेकर उठ रहे सवालों पर विराम लगा दिया था.
युवा खिलाड़ियों पर खेला दांव
वहीं, केएल राहुल भी टेस्ट टीम में लौटे हैं और मिडिल ऑर्डर में खेलेंगे. टीम में ओपनिंग के लिए यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी भी मौजूद हैं, जो अच्छी लय में हैं. गेंदबाजी को लेकर भी ऐसा ही बदलाव हुआ है. मुकेश कुमार और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे युवा तेज गेंदबाजों को टेस्ट टीम में शामिल किया गया है. जो इस बात का संकेत है कि सेलेक्टर्स भविष्य की टेस्ट टीम तैयार कर रहे.
दक्षिण अफ्रीका में टीम इंडिया का खराब रिकॉर्ड
दक्षिण अफ्रीका में टीम का असली इम्तिहान टेस्ट क्रिकेट में ही होना है. भारत ने दक्षिण अफ्रीका में अब तक 8 टेस्ट सीरीज खेली है और एक में भी जीत दर्ज नहीं की. भारत ने पहली टेस्ट सीरीज 1992 में खेली थी. तब से टीम इंडिया ने अबतक 23 टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें से 4 मैच ही जीते हैं. दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका ने 23 टेस्ट में 12 जीते हैं. यानी मेजबान देश ने भारत के खिलाफ अपने घर में हर दूसरा टेस्ट जीता है. इन तीन दशकों में ऐसा नहीं हुआ कि टीम इंडिया सीरीज जीतने के करीब नहीं आई. 2021-22 के पिछले दौरे पर टीम इंडिया पहला टेस्ट जीतने के बाद सीरीज हार गई थी. ऐसे में इस बार टीम इंडिया की नजर इस इतिहास को बदलने पर होगी.
टीम इंडिया की जीत का दावा मजबूत
भारत का इस बार दक्षिण अफ्रीका में पहली सीरीज जीत का दावा इसलिए मजबूत नजर आ रहा. क्योंकि जसप्रीत बुमराह की टेस्ट टीम में वापसी हो चुकी है. मोहम्मद शमी शानदार फॉर्म में हैं. उन्होंने वर्ल्ड कप में कमाल की गेंदबाजी की थी. पिछले टूर पर भी यही दोनों गेंदबाज भारत के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए थे. शमी ने 14 और बुमराह ने भी 12 विकेट लिए थे. इसके लिए टीम इंडिया के पास मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा के रूप में अच्छे दो पेसर्स हैं. वहीं, ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन टीम इंडिया को वो संतुलन देते हैं, जो किसी भी टीम के लिए जरूरी है. ऐसे में इस बार ये उम्मीद की जा सकती है कि टीम इंडिया रोहित शर्मा की अगुआई में 3 दशक के सूखे को खत्म करने में सफल रहेगी.