KKR vs SRH Qualifier I: आईपीएल 2024 के प्लेऑफ में क्वॉलिफायर फर्स्ट और एलिमिनेटर मुकाबले तय हो गए हैं। सीजन की टॉप 2 टीमों के बीच में क्वॉलीफायर मैच खेला जाएगा। मंगलवार शाम साढ़े 7 बजे से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स और सनराइजर्स हैदराबाद एक-दूसरे से भिडे़ंगी। दोनों टीमें बेहद मजबूत हैं, इसलिए कहा नहीं जा सकता कि कौन किस पर भारी पडे़गा।
दोनों टीमों में एक-दूसरे को पटखनी देना का माद्दा है। मैच के दिन जिस भी टीम के लिए सबकुछ ठीक रहा तो उसके सामने वाली टीम को हराना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
कोलकाता नाइट राइडर्स की ताकत और कमजोरी
सबसे पहले हम टेबल की टॉपर कोलकाता नाइट राइडर्स की बात करते हैं। कोलकाता ने इस सीजन गजब का प्रदर्शन किया है। उसकी बल्लेबाजी-गेंदबाजी ने हर टीम को परेशान किया है। बल्लेबाजी में सुनील नरेन और फिल सॉल्ट से लेकर वेंकटेश अय्यर, श्रेयस अय्यर, आंद्रे रसेल, रिंकू सिंह किसी भी बॉलिंग लाइनअप को ध्वस्त कर सकते हैं। दूसरी तरफ तेज गेंदबाजी में मिचेल स्टॉर्क, वैभव अरोरा और हर्षित राणा तो स्पिन डिपार्टमेंट में सुनील नरेन और वरुण चक्रवर्ती मजबूत हैं। कोलकाता खेल के हर विभाग बेहतर दिख रहा है, लेकिन हैदराबाद भी कम नहीं है।
हैदराबाद, राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद अंडर प्रेशर सिचुएशन में आ गई थी। उस मैच को जोश बटलर ही जिताकर ले गए थे। ऐसे में गेंदबाजी को सर्तक रहना होगा क्योंकि हैदराबाद के पास ऐसे कई बैटर्स मौजूद हैं, जो अकेले ही अपनी टीम को जिता सकते हैं।
सनराइजर्स हैदराबाद की ताकत और कमजोरी
सनराइजर्स हैदराबाद टेबल में दूसरे पायदान पर है। हैदराबाद की कप्तानी पैट कमिंस के हाथों में है। यह टीम भी बेहद संतुलित है। बैटिंग की बात की जाए तो ओपनिंग में ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा की जोड़ी ने विरोधी टीमों की नींद उड़ा रखी है। ट्रेविस हेड एक बार क्रीज पर जम जाए तो उन्हें आउट करना बेहद मुश्किल हो जाता है।
दूसरी तरफ अभिषेक शर्मा सीजन के 13 मैचों में 38.92 की औसत से 467 रन बना चुके हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 209.41 रहा है। इसी सीजन में सबसे अधिक 41 छक्के भी अभिषेक शर्मा ने लगाए हैं। ओपनिंग के बाद राहुल त्रिपाठी, नीतीश कुमार रेड्डी, हेनरिक क्लासेन अच्छे फॉर्म में है। इधर, गेंदबाजी में भुवनेश्वर कुमार, पैट कमिंस और टी. नटराजन रन रोककर विकेट लेने में माहिर हैं। बल्लेबाजों को बड़े शॉट्स नहीं लगाने देते हैं। हांलाकि टीम का स्पिन डिपार्टमेंट थोड़ा कमजोर है।
वहीं, 46वें मैच में चेन्नई के खिलाफ हैदराबाद की बैटिंग धराशाई हो गई थी। टीम के लिए दिक्कत उस समय पेश आती है, जब ओपनर सस्ते में आउट हो जाते हैं। ट्रेविस हेड और अभिषेक शर्मा के आउट होते ही हैदराबाद की बैटिंग लाइनअप एक्सपोज हो जाती है। ऐसा हाल चेन्नई के खिलाफ मैच में देखने को मिला था। एडन मार्कम, नीतीश कुमार रेड्डी और हेनरिक क्लासेन जैसे बल्लेबाज दबाव में आकर सस्ते में आउट हो गए थे।