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IPL 2024 Auction से ठीक पहले बड़ा अपडेट सामने आया है। अगले सीजन से गेंदबाज ओवर में अधिकतम 2 बाउंसर फेंक सकेंगे।

नई दिल्ली। आईपीएल 2024 की नीलामी से पहले पड़ी खबर सामने आ रही। अगले सीजन से गेंदबाज ओवर में अधिकतम 2 बाउंसर फेंक सकेंगे। गेंद और बल्ले के बीच बराबरी की जंग हो, इसलिए ये कदम उठाया गया है। आईपीएल की प्लेइंग कंडीशन में बदलाव का ट्रायल घरेलू सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के दौरान किया जा चुका है। 

बता दें कि अभी तक आईपीएल में भी इंटरनेशनल क्रिकेट की ही तरह एक ओवर में अधिकतम 1 ही बाउंसर फेंकने का नियम था। इससे अधिक फेंकने पर उसे अंपायर नो-बॉल करार देता था। लेकिन अब दो बाउंसर का नियम लागू होगा। आईपीएल के पिछले सीजन में भी इंपेक्ट प्लेयर के साथ ही नो-बॉल और वाइड बॉल को रिव्यू करने का नियम लाया गया था। 

2 बाउंसर से गेंदबाजों को होगा फायदा: उनादकट
सौराष्ट्र के अनुभवी गेंदबाज जयदेव उनादकट, ने भी इस बदलाव का स्वागत किया है। ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में जयदेव ने कहा, "मुझे लगता है कि एक ओवर में 2 बाउंसर बहुत उपयोगी होंगे। इससे गेंदबाज को बल्लेबाजों पर अतिरिक्त फायदा होगा। उदाहरण के लिए, अगर मैं ओवर की शुरुआत में धीमी बाउंसर फेंकता हूं.. पुराने नियम के तहत बल्लेबाज को ये पता होता था कि अब कोई बाउंसर नहीं आएगी। लेकिन नियमों में बदलाव के बाद ओवर की शुरुआत में धीमी बाउंसर फेंकने के बावजूद आपके पास आखिर में अतिरिक्त बाउंसर का इस्तेमाल करने का विकल्प होगा। ये भले ही छोटा बदलाव है लेकिन गेंदबाजों के लिए बड़े हथियार से कम नहीं।"

क्या है इम्पैक्ट प्लेयर नियम?
इम्पैक्ट प्लेयर नियम, जो पहली बार आईपीएल 2023 में लाया गया था, वो अगले सीजन में भी बरकरार रहेगा। इस नियम के तहत, टॉस के समय टीम को प्लेइंग इलेवन के अलावा चार सब्सिट्यूट खिलाड़ियों का भी नाम देना होता है। टीम इन्हीं 4 खिलाड़ियों में से किसी एक को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर इस्तेमाल करती है। 

इम्पैक्ट प्लेयर ने कम की ऑलराउंडर की कीमत
अगर कोई टीम अपनी शुरुआती प्लेइंग-11 में 4 विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करती है, तो फिर इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उसे भारतीय खिलाड़ी का ही इस्तेमाल करना होता है। इसका उद्देश्य हर मैच में विदेशी खिलाड़ियों की संख्या को 4 तक ही सीमित रखना है- जिसका आईपीएल की शुरुआत से ही पालन हो रहा।

अगर किसी टीम ने अपने शुरुआती प्लेइंग-11 में 3 या उससे कम विदेशी खिलाड़ियों रखे हैं, तो वे इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में एक विदेशी खिलाड़ी को ला सकती है। लेकिन टीम में आने वाले विदेशी खिलाड़ी को टॉस के समय नामित 4 सब्सिट्यूट खिलाड़ियों में से एक होना जरूरी होगा। 

इम्पैक्ट प्लेयर नियम ने ऑलराउंडर की कीमत कुछ हद तक कम कर दी है। पिछले सीजन में वेंकटेश अय्यर, विजय शंकर और शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी अधिकतर मुकाबलों में अपनी टीम के लिए बैटर के तौर पर ही खेले।  

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