नई दिल्ली। मोहम्मद सिराज आज यानी 13 मार्च को अपना 30वां जन्मदिन मना रहे। सिराज का जन्म 13 मार्च, 1994 को हैदराबाद में हुआ था और वो अपने शहर से गहरा लगाव रखते हैं। उन्होंने अपने जन्मदिन पर संघर्ष के दिनों को याद किया है। इससे जुड़ा एक वीडियो बीसीसीआई ने शेयर किया है। इसमें सिराज ने अपने शुरुआती दिनों के संघर्ष के साथ ही हैदराबाद शहर से अपने लगाव पर दिल खोलकर बात की है।
मोहम्मद सिराज ने वीडियो की शुरुआत में कहा, मैंने 2020 में ये सोचा था कि खुद को ये आखिरी साल दे रहा हूं और इसके बाद क्रिकेट ही छोड़ दूंगा। तो अभी हम निकले हैं हैदराबाद के शहर में, मेरी फेवरेट चाय की दुकान पर ले चलता हूं आपको, यहां आने के बाद मेरा सारा स्ट्रेस दूर हो जाता है। अगर मैंने संघर्ष नहीं देखा होता तो मुझे सक्सेस की वैल्यू पता नहीं होती।
हैदराबाद आता हूं तो ईदगाह जाता हूं: सिराज
सिराज ने आगे कहा, "जब मैं छोटा था तो ये पूरा इलाका पहाड़ी हुआ करता था। जैसे ही मैं हैदराबाद में लैंड करता हूं तो मेरे दिमाग में सबसे पहले यही ख्याल आता है कि पहले घर जाऊंगा फिर ईदगाह। मैं दुनिया में जहां भी जाऊं, उतना सुकून नहीं मिलता, जितना कि यहां आकर मिलता है। हैदराबाद आता हूं तो यहां जरूर आता हूं।"
'पिता की मदद के लिए कैटरिंग का काम किया'
सिराज बेहद संघर्ष करके यहां तक पहुंचे। उन्होंने आगे बताया, "मैं पिता को सपोर्ट करने के लिए कैटरिंग का काम करता था। पिताजी ऑटो चलाते थे और वही घर में कमाने वाले थे। कैटरिंग के काम के दौरान कई बार रुमाली रोटी पलटाने में मेरे हाथ भी जल गए। लेकिन ठीक है। बिना संघर्ष के सफलता कहां मिलती है। तब परिवार कहता था कि पढ़ाई पर ध्यान दो। लेकिन, मुझे क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था। पिताजी ही इकलौते पैसे कमाने वाले शख्स थे। जब मुझे 100 या 200 रुपये भी मिल जाते थे तो मैं बहुत खुश हो जाता था। मैं उसमें से 100-150 रुपये घर पर दे देता था और अपने लिए सिर्फ 50 रुपये रखता था।"
इसके बाद सिराज ने बताया कि कैसे उन्होंने टेनिस बॉल क्रिकेट खेलकर अपनी रफ्तार बढ़ाई। उन्होंने फैंस को भी एक संदेश दिया। सिराज ने कहा,"जब भी आप कड़ी मेहनत करेंगे तो आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। आज नहीं तो कल, परसों या एक साल में या दो साल में या तीन साल में आपको उसका फल जरूर मिलेगा।"
सिराज अब आईपीएल 2024 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते नजर आएंगे।