नई दिल्ली। रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए मैच खेलने के अगले ही दिन रिंकू सिंह को इंडिया-ए टीम में शामिल किया गया है, जो 24 जनवरी से इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ अहमदाबाद में दूसरा चार दिवसीय मैच खेलेगी। रिंकू को पहले ही इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ तीसरे मैच के लिए टीम में चुना जा चुका है। 

बीसीसीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा, "मेंस सेलेक्शन कमेटी ने 24 जनवरी से अहमदाबाद में इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ खेले जाने वाले दूसरे चार दिवसीय मैच के लिए रिंकू सिंह को इंडिया-ए टीम में शामिल किया है।" इससे ये लग रहा है कि उन्हें जल्द ही भारतीय टेस्ट टीम में भी मौका मिल सकता है। वो टी20 में पहले ही अपना लोहा मनवा चुके हैं। वहीं, रणजी ट्रॉफी के इस सीजन में भी वो अच्छी बल्लेबाजी कर चुके हैं। 

रिंकू फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 3 हजार रन बना चुके
रिंकू हाल ही में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टेस्ट टीम के साथ थे। उन्होंने अब तक 43 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें 58.47 की औसत से 3099 रन बनाए हैं। रिंकू को इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में भी इंडिया- ए टीम में शामिल किया गया था और सेंचुरियन में पहले टेस्ट के दौरान उन्हें भारतीय डगआउट में एक विकल्प के रूप में मैदान में उतारा गया था।

क्या रिंकू को जल्द ही टेस्ट टीम में शामिल किया जाएगा?
विराट कोहली निजी कारणों का हवाला देते हुए इंग्लैंड के खिलाफ पहले 2 टेस्ट से हट गए हैं। सेलेक्टर्स मध्यक्रम में किसी विकल्प की तलाश कर रहे होंगे। रिंकू ने टी20 में अपनी दमदार बैटिंग से पहले ही अपना नाम बना लिया है। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उनका रिकॉर्ड अच्छा है और बाएं हाथ का खिलाड़ी होने के नाते, जो अपनी स्टेट टीम के लिए पांच या छह नंबर पर बल्लेबाजी करता है, वो भी उनके लिए फायदे की बात है। 

कोहली के रिप्लेसमेंट का ऐलान नहीं हुआ
फिलहाल, सेलेक्शन कमेटी ने कोहली के रिप्लेसमेंट का ऐलान नहीं किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिया-ए के दो प्लेयर मध्य प्रदेश के रजत पाटीदार और मुंबई के सरफराज खान कोहली की जगह लेने की रेस में सबसे आगे हैं।  

रजत और सरफराज रेस में सबसे आगे 
रजत पहले भी भारत के लिए व्हाइट बॉल क्रिकेट में डेब्यू कर चुके हैं। उन्होंने हाल में ही इंडिया-ए की तरफ से खेलते हुए इंग्लैंड लॉयंस के खिलाफ 151 रन की पारी खेली थी। वहीं, सरफराज खान का भी नाम सेलेक्शन मीटिंग में कभी चर्चा से दूर नहीं रहता है। हालांकि, पेस और उछाल के खिलाफ उनकी बल्लेबाजी पर हमेशा सवाल उठते हैं। लेकिन, स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ वो अच्छी बैटिंग करते हैं। ऐसे में वो मिडिल ऑर्डर में उपयोगी हो सकते हैं।