नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट की सीरीज का पांचवां और आखिरी मुकाबला 7 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा। भारत के पास पहले ही सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त है। टीम इंडिया ने हैदराबाद टेस्ट गंवाने के बाद वाइजैग, राजकोट और फिर रांची में लगातार तीन टेस्ट में इंग्लैंड को हराकर सीरीज मुठ्ठी में की। अब आखिरी धर्मशाला में होनी है। इस मुकाबले के लिए 2 मार्च को टीम इंडिया चंडीगढ़ में इकठ्ठी होगी और फिर धर्मशाला जाएगी। इससे पहले, रांची में जीत के हीरो रहे शुभमन गिल अभी से ही धर्मशाला टेस्ट की तैयारियों में जुट गए हैं।
शुभमन गिल चंडीगढ़ में अभ्यास कर रहे हैं और दिलचस्प बात ये गिल अपने पिता की देखरेख में प्रैक्टिस कर रहे हैं। इसकी कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही। इस पूरी सीरीज के दौरान पिता गिल के साथ ट्रेवल कर रहे हैं और गिल आज जिस मुकाम पर खड़े हैं, उसमें उनके पिता लखविंदर सिंह का बड़ा हाथ है। शुभमन को क्रिकेटर बनाने के लिए पूरा परिवार पंजाब के फाजिल्का के अपने गांव से मोहाली शिफ्ट हो गया था। खुद पिता रोज गिल को 500 से 700 गेंद खिलाते थे। अलग से पिच भी तैयार की थी। यानी पिता शुभमन के खेल को अच्छे से जानते हैं। इसी वजह से धर्मशाला टेस्ट से पहले वो शुभमन को अभ्यास करा रहे हैं।
यह भी पढ़ें: Kapil Dev: 'कुछ खिलाड़ियों को तकलीफ होगी, होने दो, देश से बढ़कर...' श्रेयस-ईशान पर BCCI के एक्शन से कपिल देव खुश
पिता के साथ अभ्यास कर रहे शुभमन
शुभमन गिल ने रांची टेस्ट में टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम रोल निभाया था। जब 192 रन के स्कोर का पीछा करते हुए भारत के एक छोर से लगातार विकेट गिर रहे थे, तो गिल ने दूसरा छोर संभाले रखा और बहुत सूझबूझ भरी पारी खेली थी। उन्होंने युवा विकेटकीपर ध्रुव जुरेल के साथ नाबाद 72 रन की साझेदारी कर भारत को जीत दिलाई थी। गिल ने लक्ष्य का पीछा करते हुए तबतक बड़ा शॉट नहीं लगाया, तबतक भारत और जीत के बीच 20 रन का फासला नहीं रह गया था। उन्होंने इसके बाद लगातार दो छक्के मार अपने 50 रन पूरे किए थे। और भारत को जीत दिलाई थी।
गिल ने रांची टेस्ट में 124 गेंद में 52 रन की पारी खेली थी। वहीं, पहली पारी में भी उन्होंने 38 रन बनाए थे। वाइजैग टेस्ट में दूसरी पारी में उनके 104 रन की बदौलत ही भारत को उस मुकाबले में जीत नसीब हुई थी।