नई दिल्ली। आईपीएल 2024 में शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से है। ये एक तररह से अवर्चुअल नॉक आउट है। जो टीम ये मैच जीतेगी, वो प्लेऑफ में पहुंच जाएगी। आरसीबी को सबसे बड़ी उम्मीद विराट कोहली से होगी। इस सीजन में कोहली का बल्ला जमकर बोला है। कोहली ने सीएसके के खिलाफ मैच से पहले अपने करियर को लेकर बात की। इस दौरान उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में सुरेश रैना से मिली मदद को याद किया।
कोहली ने 2008 के ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र किया। जब वो प्लेइंग-11 में फिट नहीं बैठ पा रहे थे और रैना के कहने पर उन्हें इमर्जिंग प्लेय़र टूर्नामेंट में खेलने का मौका मिला और फिर पूर्व चीफ सेलेक्टर दिलीप वेंगसकर की उनपर नजर पड़ी और वो टीम इंडिया में पहुंचे।
रैना के कहने पर मुझे खेलने का मौका मिला: विराट
कोहली ने जियो सिनेमा पर बात करते हुए कहा, ''2008 में हम लोग ऑस्ट्रेलिया में इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट खेल रहे थे। उस समय इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट का महत्व यह था कि सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर जो अपनी टीम के लिए खेलने की कगार पर थे। वो ऑस्ट्रेलिया में खेलने आए थे। हमारे लिए ये अहम टूर्नामेंट था। तो मुझे अभी भी याद है कि शायद रैना ने मेरे बारे में सुना होगा। शुरुआत में एस बद्रीनाथ हमारे कप्तान थे। लेकिन, बीच में जब रैना आए तो वो चले गए और रैना हमारे कप्तान हो गए। तब प्रवीण आमरे सर हमारे कोच थे और उन्होंने मुझे प्लेइंग-11 से बाहर रखा था।"
'रैना ने करियर की शुरुआत में मेरी मदद की'
कोहली ने आगे कहा, "शायद रैना ने मुझे नेट्स पर खेलते देखा होगा। तो उन्होंने आमरे सर से पूछा कि मैं क्यों नहीं टीम में हूं। मैं तब मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करता था जबकि अजिंक्य रहाणे पारी की शुरुआत करते थे। आमरे सर ने तब कहा था कि अभी टीम में मेरी जगह नहीं बन रही। तब रैना ने ही जोर देकर कहा था कि मुझे खेलना चाहिए। फिर प्रवीण सर ने मुझे बुलाया कि क्या मैं ओपनिंग करूंगा। मैंने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा (कहीं भी बल्लेबाजी करूंगा), बस मुझे खेलने का मौका दो। तब मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ ओपनिंग की। दिलीप वेंगसरकर सर उस समय चीफ सेलेक्टर थे। मैंने नाबाद 120 रन बनाए, और उन्होंने शायद उसी समय फैसला कर लिया था। मुझे और मौके दिए जाने चाहिए।" इसके बाद कोहली ने रैना को थैंक्यू भी कहा।