नई दिल्ली। आईपीएल 2024 अभियान में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का निराशाजनक प्रदर्शन चिंता का कारण है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और मनोज तिवारी ने इस सीजन में आऱसीबी के फीके प्रदर्शन से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। सहवाग की नजर में आरसीबी के खराब प्रदर्शन की सबसे बड़ी वजह है आरसीबी में भारतीय सपोर्ट स्टाफ की कमी। सहवाग को लगता है कि इससे घरेलू खिलाड़ियों को खुद को जाहिर करने में परेशानी हो रही है। वो अपनी बात नहीं रख पा रहे।
बता दें कि आऱसीबी के हेड कोच एंडी फ्लावर हैं। एडम ग्रिफिथ गेंदबाजी कोच हैं और ये दोनों विदेशी हैं। इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ में भी कई विदेशी लोग शामिल हैं। सहवाग ने कहा कि इससे आरसीबी के स्क्वॉड में शामिल भारतीय खिलाड़ी खुद की भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पा रहे।
आरसीबी मैनेजमेंट पर भड़के सहवाग
सहवाग ने क्रिकबज पर कहा, "अगर आपके पास 12-15 भारतीय और केवल 10 विदेशी हैं और आपका पूरा स्टाफ विदेशियों से बना है, तो यह एक मुद्दा है। उनमें से केवल कुछ ही इंटरनेशनल खिलाड़ी हैं, बाकी सभी भारतीय हैं और उनमें से आधे अंग्रेजी भी नहीं समझते हैं। आप उन्हें कैसे प्रेरित करेंगे? कौन उनके साथ समय बिताता है? कौन उनसे बात करता है? मुझे आरसीबी में एक भी भारतीय सपोर्ट स्टाफ नहीं दिखता है। कम से कम कोई तो होना चाहिए जिस पर खिलाड़ी भरोसा कर सकें।"
दूसरी ओर, मनोज तिवारी ने फ्रेंचाइजी के नीलामी में जिन खिलाड़ियों को खरीदा उन्हें लेकर आरसीबी पर सवाल उठाए। मनोज ने कहा, "मुझे पता है कि समस्या कहां है। नीलामी से लेकर प्रबंधन तक। इस फ्रेंचाइजी के सभी अच्छे खिलाड़ी अन्य टीमों के लिए खेलने जाते हैं। उनमें से एक इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज है [युजवेंद्र चहल]। आप उन्हें जाने देते हैं। आप विराट कोहली की कप्तानी पर कायम नहीं रहें। उन्होंने 2016 के फाइनल में पहुंचाया था।