नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका में खेले जा रहे अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत ने सुपर-6 राउंड के मुकाबले में नेपाल को बड़े अंतर से मात दी थी। उस मुकाबले में भारत का टॉप ऑर्डर नाकाम रहा था। लेकिन, कप्तान उदय सहारन ने शतक ठोका। उनके अलावा एक और बैटर सचिन दास ने भी सैकड़ा जमाया। इससे बड़ी बात क्या होगी कि सचिन ने अपने पिता संजय के जन्मदिन के मौके पर ही शतक ठोक उन्हें बथर्ड गिफ्ट दिया। 

सचिन ने भले ही अंडर-19 विश्व कप में शतक जमाकर अपना लोहा मनवाया है। लेकिन, वो अपनी तूफानी बैटिंग का ट्रेलर तो शुरुआत में ही दिखा चुके थे। इससे जुड़ा एक किस्सा उनके कोच शेख अजहर ने इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में साझा किया।

उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले, पुणे में एक इनविटेशनल अंडर-19 टूर्नामेंट खेलते समय, आयोजक सचिन दास की छक्का मारने की क्षमता से हैरा थे और यह सुनिश्चित करने के लिए बल्ले के आकार की जांच की कहीं उनके बैट में कुछ लगा तो नहीं। 

सचिन ने नेपाल के खिलाफ 116 रन ठोके थे
सचिन के कोच ने इसे लेकर बताया, वो तब बहुत मजबूत कद-काठी का नहीं था और न ही इतना लंबा था। इसलिए आयोजक उसके बड़े-बड़े छक्के लगाने की क्षमता से हैरान थे और उन्होंने बैट की चौड़ाई की जांच तक की थी। सचिन शनिवार को अपना 19वां जन्मदिन मना रहे हैं। उन्होंने नेपाल के खिलाफ मैच में ऐसे वक्त पर 116 रन की मैच विनिंग पारी खेली, जब टीम को इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। 

एक दिन आगे-पीछे है पिता-बेटे का जन्मदिन 
इस मुकाबले से पहले तक सचिन ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी किसी भी पारी में 20 से अधिक गेंद नहीं खेली थी। पिछले 4 मैच में उन्होंने 26 नॉटआउट (20गेंद), 21 नॉटआउट (9गेंद), 20 (16गेंद) और 15 (11गेंद) रन बनाए हैं। उन्हें फिनिशर की भूमिका दी गई थी।

नेपाल के खिलाफ, भारत ने तीन विकेट जल्दी खो दिए और टीम मुश्किल में थी। जब दास ने कप्तान उदय सहारन (110) के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 215 रनों की मैच विजयी साझेदारी की, जिससे भारत ने 5 विकेट पर 297 रन बनाए। एक और बाएं हाथ के स्पिनर सौम्या पांडे (4/29) के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन ने भारत को नेपाल को 9 विकेट पर 165 रन पर रोकने में मदद की।

सचिन ने शतक ठोक मुझे बर्थडे गिफ्ट दिया: पिता
सचिन के पिता संजय दास ने बताया कि मैं 51 साल का हो गया हूं और कल (3 फरवरी, 2024) खुद सचिन का 19वां जन्मदिन है। यह दिन और यह पल हमारे जीवन में फिर कभी नहीं आएगा। यह सबसे अच्छा गिफ्ट है जो एक बेटा अपने पिता को दे सकता है। यह एक तरह से दोहरी या तिगुनी खुशी है क्योंकि हम शनिवार को उनका जन्मदिन मनाएंगे। 

सचिन तेंदुलकर पर मिला है नाम
सचिन के पिता ने आगे बताया, "मैं सुनील गावस्कर का बहुत बड़ा फैन हूं, लेकिन मैंने उसका नाम अपने दूसरे पसंदीदा क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के नाम पर रखा, ताकि बड़े होकर वह उससे जुड़ सके। अभी इसकी (सचिन) पीढ़ी गावस्कर सर को क्या समझेगी (यह पीढ़ी शायद सुनील गावस्कर को नहीं समझ पाएगी)। वह 10 नंबर की जर्सी पहनता है क्योंकि वह तेंदुलकर को पसंद करता है।"

मां नहीं चाहती थी कि सचिन क्रिकेटर बनें
संजय दास ने आगे बताया कि वो बचपन से ही सचिन को क्रिकेटर बनाना चाहते थे। लेकिन, पत्नी सुरेखा दास नहीं चाहती थी कि उनका बेटा क्रिकेटर बने। लेकिन, जब स्टेट लेवल पर सुरेखा ने सचिन को खेलते देखा तो उन्होंने अपना मन बदल लिया। सुरेखा खुद एथलीट रहीं थीं। वो स्टेट लेवल की कबड्डी प्लेयर भी रहीं थीं। वर्तमान में सुरेखा महाराष्ट्र पुलिस में एएसआई हैं और वहीं, संजय खुद कॉलेज के समय पर क्रिकेट खेलते थे। 

सचिन ने नेपाल के खिलाफ अंडर-19 विश्व कप के मैच में 116 रन की मैच विनिंग पारी खेली थी। इस पारी में उन्होंने 11 चौके और 3 छक्के उड़ाए थे।