नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान गौतम गंभीर का मानना है कि संजू सैमसन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे वनडे में शतक जड़ एक बार फिर अपने इंटरनेशनल करियर को नई उड़ान दी है। लेकिन इस शतक के बाद भी टीम इंडिया में उन्हें मौका मिलेगा या नहीं? इस पर सवाल बना हुआ है। खुद गंभीर ने भी यही बात कही है। बता दें कि सैमसन ने पार्ल में खेले गए तीसरे वनडे में 108 रन की पारी खेली थी। उनकी ये पारी मैच विनिंग साबित हुई थी और भारत दूसरी बार साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज जीतने में सफल रहा था। 

गौतम गंभीर ने संजू सैमसन को लेकर स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, "हम सभी जानते हैं कि उनमें कितनी प्रतिभा है। आईपीएल में उन्होंने जिस तरह की पारियां खेली हैं, उसे देखते हुए सिर्फ हम ही नहीं, हर कोई इस बारे में बात करता है। लेकिन शतक के जरिए उन्होंने अपने इंटरनेशनल करियर की दोबारा शुरुआत की है। इससे पहले, उन्हें इक्का-दुक्का मैच में मौके मिलते थे और वो फिर बाहर हो जाते थे। लेकिन जब आप 100 रन बनाते हैं, तो आप न केवल सेलेक्टर्स को प्रभावित करते हैं, बल्कि उन पर आपको चुनने का दबाव भी डालते हैं।"

सैमसन को और मौके मिलने चाहिए: गंभीर 
सैमसन, जिन्होंने 2015 में भारत के लिए 29 साल की उम्र में डेब्यू किया था। अगर उन्हें टीम इंडिया की भविष्य की योजनाओं में बने रहना है तो फिर उन्हें लगातार रन बनाने होंगे, और खासतौर पर 2027 के विश्व कप तक ऐसा ही प्रदर्शन जारी रखना होगा, तबतक वो 33 साल के हो जाएंगे। गंभीर का मानना है कि हालांकि इसके लिए अभी भी 4 साल बाकी हैं, लेकिन सैमसन भारत के लिए अच्छे विकेटकीपर बैटर का विकल्प हो सकते हैं। 

गंभीर ने आगे कहा, "हमें ये देखना होगा कि क्या इस शतक के बाद भी टीम इंडिया उन्हें बरकरार रखती है क्योंकि अगला वनडे विश्व कप 4 साल दूर है। फिर भी, सैमसन जिस तरह की काबिलियत रखते हैं, मुझे लगता है कि उन्हें और मौके मिलने चाहिए। भारत के पास हमेशा एक मजबूत टॉप ऑर्डर रहेगा लेकिन सैमसन आपको हमेशा मध्य क्रम में पावर हिटिंग का विकल्प देंगे। इस पारी के साथ, सैमसन ने अपने करियर को फिर से शुरू किया है।''