Yuvraj Singh entire family: टीम इंडिया के चैंपियन खिलाड़ी युवराज सिंह इन दिनों इंग्लैंड में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स टूर्नामेंट खेल रहे हैं. इस टूर्नामेंट में युवराज भारत चैंपियन टीम के अहम हिस्सा हैं, जिसने  अपने पहले ही मैच में इंग्लैंड चैंपियंस को 3 विकेट से हराकर जीत के साथ इस सीजन का आगाज किया है. हाल में खत्म हुए टी20 विश्व कप 2024 में युवराज सिंह को आईसीसी ने ब्रांड एंबेसडर बनाया था. टीम इंडिया के सिक्सर किंग कहलाने वाले युवराज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, लेकिन क्या आप उनकी फैमिली को जानते हैं? अगर नहीं जानते यो खबर आपके लिए है.

दरअसल, बहुत कम ही ऐसे लोग हैं, जो युवराज के पूरे परिवार को जानते हैं. हाल में उनकी एक फैमिली फोटो सामने आई है, जिसमें युवराज अपने पूरे परिवार के साथ नजर आ रहे हैं. इस फोटो को उनके भाई जोरावर सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर किया है.

फोटो में कौन-कौन है शामिल?

शेयर की गई फोटो में युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह, मां शबनम सिंह, भाई जोरावर और भाभी के अलावा पत्नी हेजल कीच, बच्चे और खुद युवी दिख रहे हैं. फैंस इस फोटो को खूब पसंद कर रहे हैं. युवराज सिंह के पिता खुद पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं.

Yuvraj Singh


भारत को 2 विश्व कप जिताने में अहम योगदान

युवराज सिंह ने टीम इंडिया को 2007 का टी20 जबकि 2011 का वनडे विश्व कप जिताने में अहम योगदान दिया था. 2007 में उन्होंने 6 मैचों में 194 के स्ट्राइक रेट से 148 रन किए थे, जबकि एक विकेट भी निकाला था. ये वही विश्व कप था, जिसमें युवराज ने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में छह छक्के लगाए थे.

2011 वनडे विश्व कप के हीरो हैं युवराज

युवराज सिंह ने 2011 के वनडे विश्व कप में कमाल का प्रदर्शन किया था, जिसके लिए उन्हें 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुना गया था. युवराज ने नौ मैचों की आठ पारियों में 90.5 की औसत और 86 से अधिक की स्ट्राइक रेट से 362 रन बनाए थे, जिसमें 1 शतक और 4 फिफ्टी शामिल थीं. गेंद से 9 मैचों में 15 विकेट लिए थे.

युवराज सिंह का क्रिकेट करियर कैसा रहा?

युवराज सिंह ने भारत के लिए 40 टेस्ट मैचों में 39 की औसत से 1900 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 11 फिफ्टी शामिल हैं, गेंद से 9 विकेट भी लिए थे. वनडे के 304 मैचों में 8701 रन बनाए और 111 विकेट निकाले. टी20 के 59 मैचों में 1179 रन बनाए और 28 विकेट लिए. युवराज दिग्गज ऑलराउंडर रहे, जिन्होंने कई मौकों पर अकेले के दम पर भारत को जीत दिलाई.