Prashant Kishor on Bihar liquor ban: चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी कानून को खत्म करने का वादा किया। शनिवार, 15 सितंबर को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर उनकी जन सुराज पार्टी राज्य में अगली सरकार बनाती है, तो वह एक घंटे के भीतर शराबबंदी को समाप्त कर देंगे।

हर साल ₹20,000 करोड़ का हो रहा नुकसान
प्रशांत किशोर ने बिहार की वर्तमान शराबबंदी को "सबसे फर्जी" करार दिया और कहा कि राज्य हर साल करीब ₹20,000 करोड़ का नुकसान उठा रहा है, जबकि शराब माफिया और अधिकारी अवैध व्यापार से मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भले ही उन्हें महिला वोट न मिले, फिर भी वे शराबबंदी के खिलाफ बोलते रहेंगे क्योंकि यह बिहार के हित में नहीं है।

उन्होंने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अगर बिहार में उनकी जनसुराज पार्टी की सरकार बनती है तो वह एक घंटे के अंदर शराबबंदी को खत्म कर देंगे।

प्रशांत किशोर ने शराबबंदी को बताया फेल
किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 2016 में लागू की गई शराबबंदी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह नीति न तो नकली शराब की बिक्री को रोक पाई है और न ही इससे होने वाली मौतों को। शराबबंदी के खिलाफ उनकी आवाज को मजबूती मिल रही है।

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तेजस्वी और नीतीश कुमार पर साधा निशाना
जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों पर बिहार के हितों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने इन दोनों को 30 साल से देखा है और अब समय आ गया है कि वे बिहार को छोड़ दें और राज्य को नई दिशा में बढ़ने दें।

जीतन राम मांझी भी उठा चुके हैं शराबबंदी पर सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी राज्य में लागू शराबबंदी कानून के खिलाफ मुखर होकर बोलते रहे हैं। उनका मानना है कि बिहार में फर्जी शराबबंदी कानून लागू है और गरीब लोगों को जेल में डाला जा रहा है। उन्होंने कहा है कि इसपर विचार होना चाहिए और शराबबंदी को खत्म कर देना चाहिए।