Bettiah Tiger Attack: बेतिया में बाघ ने एक शख्स को मौत के घाट उतार दिया। बकरी चराने गए इनरदेव महतो (50) पर मंगलवार, 17 सितंबर को बाघ ने हमला बोला दिया। महतो को बाघ 200 मीटर तक घसीटकर गन्ने के खेत में ले गया। गला और कलेजा खा गया। महतो का शव मिलने के बाद गांव में हड़कंप मच गया। घटना सहोदरा थाना क्षेत्र के बनबैरीया गांव के पास की है।वन विभाग ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।
जंगल से सटा है गांव
पश्चिम चंपारण के वन संरक्षक डॉ नेशामणि के ने बताया कि जहां यह घटना हुई है, वह गांव जंगल से सटा है। ग्रामीणों के बताया कि बाघ ने इनरदेव महतो पर उस समय हमला बोल दिया, जब वह खेत में बकरी चरा रहे थे। मेहतो के शव को बाघ 200 मीटर तक घसीटकर गन्ने के खेत में ले गया। बाद में शव को वहीं छोड़कर भाग गया।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
बिहार में वाल्मीकि टाइगर रिजर्व एक मात्र ऐसा जगह है, जहां आम लोग बाघ को देख सकते हैं। यह जंगल लगभग 900 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें वर्तमान में 54 बाघ रह रहे हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में जंगल से निकलकर बाघों द्वारा इंसानों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे इलाके में डर का माहौल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले तीन सालों में चार बार ऐसी घटनाएं हुईं, जिनमें बाघ ने जंगल से बाहर निकलकर आम लोगों पर हमला किया है। इन घटनाओं में कई लोगों की जान चली गई है।
आपको बता दें कि साल 2022 में सबसे भयानक घटना घटी थी, जब एक बाघ ने 10 लोगों को अपना शिकार बनाया था, जिनमें से 9 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इसके बाद साल 2023 में बाघ ने दो बार अटैक किया। जिसमें एक बार बाघ का रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि दूसरी बार के हमले में बाघ ने एक महिला को मार डाला। इन सभी घटनाओं के बावजूद वन अधिकारी सचेत नहीं हो रहे हैं और लोगों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे।