Bihar Assembly Winter Session: बिहार में विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। 29 नवंबर तक चलने वाले सत्र के पहले ही दिन सोमवार (25 नवंबर) को खूब हंगामा हुआ। माले विधायकों ने NDA सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की। हंगामा शांत होने के बाद सदन में तीन नए विधायकों को शपथ दिलाई गई। इमामगंज में केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी, बेलागंज से मनोरमा देवी और रामगढ़ से अशोक सिंह ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। तरारी से बाहुबली सुनील पांडे के बेटे विशाल प्रशांत कल शपथ लेंगे। सदन में दीपा मांझी और मनोरमा देवी के शपथ लेने के बाद जय श्री राम के नारे लगे।
डिप्टी CM विजय सिन्हा ने विधानसभा परिसर में पेड़ों को पानी दिया
#WATCH | Bihar Deputy CM Vijay Kumar Sinha planted a sapling at the Bihar Legislative Assembly complex in Patna pic.twitter.com/26Na0gH2yE
— ANI (@ANI) November 25, 2024
22697 करोड़ का सप्लीमेंट्री बजट
शपथ समारोह के बाद सदन के पटल पर 22 हजार 697 करोड़ का सेकेंड सप्लीमेंट्री बजट रखा गया। सेंट्रल स्कीम के तहत 1714.74 करोड़ और स्टेट का हिस्सा 3800.90 करोड़ दिया गया। स्कीम के लिए 5515.65 करोड़ और 400 करोड़ रुपए पटना मेट्रो के लिए दिए गए। 29 नवंबर तक चलने वाले शीतकालीन में कुल पांच बैठकें होंगी।
#WATCH | Patna | On Tejashwi Yadav's statement 'Hum ek haine, aur safe haine', Bihar BJP President and Bihar Minister Dilip Jaiswal says, "Then come and join NDA, ek ho jayenge, safe ho jayenge..." pic.twitter.com/7gjRXgs9LF
— ANI (@ANI) November 25, 2024
दिलीप बोले-NDA में आने पर तेजस्वी सेफ हो जाएंगे
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को दतिया में कहा था कि 'एक हैं तो सेफ' हैं। इस बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सोमवार को तेजस्वी यादव को एनडीए में आमंत्रित किया है। सदन के बाहर दिलीप ने कहा कि 'एनडीए में आने पर तेजस्वी सेफ हो जाएंगे।
विपक्ष इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विपक्ष कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयार में हैं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD)नेताओं ने सत्र शुरू होने से पहले ही कहा कि स्मार्ट मीटर का मुद्दा विधानसभा में उठाया जाएगा। इसके साथ ही भूमि सर्वे की वजह से भी किसानों को परेशानी हो रही है। ऐसे इन दोनों मुद्दों को विधानसभा के पटल पर रखा जाएगा। इसके साथ ही विपक्षी विधायकों ने महिला उत्पीड़न और जीविका स्वयं सहायता समूहों के मेम्बर को कम पारिश्रमिक देने और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की ओर से महिलाओं के आर्थिक शोषण का मुद्दा भी उठाया जाएगा।