Bihar Political Crisis Live Updates: बिहार के राजनीतिक गलियारे में एक बार फिर बड़ी तेजी से घटनाक्रम बदल गए है। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। कहा जा रहा है कि शाम को नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के तौर पर 9वीं बार शपथ ले सकते हैं।

आइए जानते है नीतीश कुमार ने कब-कब मारी पलटी

जनवरी 2024 में आरजेडी का साथ छोड़ा
नीतीश कुमार ने रविवार को सुबह 11 बजे राजभवन पहुंच कर अपना इस्तीफा सौंप दिया है। नीतीश ने आरजेडी और कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन खत्म किया। इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश बोलें कि महागठबंधन के साथ काम करने की दिक्कत आ रही थी।

2022 में नीतीश ने सुनी 'अंतरात्मा की आवाज'
नीतीश ने एक बार फिर 2022 में 'अंतरात्मा की आवाज' सुनी और भाजपा से असहमति के कारण एनडीए छोड़ दिया। इसके बाद नीतीश ने फिर महागठबंधन के साथ मिलकर फिर सरकार बनाई।

2017 में फिर नीतीश एनडीए में शामिल
2017 में दो पुराने साथियों की सरकार 20 महीने तकठीक से चलती रही लेकिन फिर खटपट शुरू हो गई। अप्रैल 2017 में शुरू हुई खटपट ने जुलाई तक गंभीर रूप ले लिया, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन नीतीश कुमार को फिर एक बार मुख्यमंत्री बन गए। सत्ता पलट के इस पूरे घटनाक्रम में सिर्फ 15 घंटे लगे।

आरजेडी और कांग्रेस के साथ 'महागठबंधन'
नीतीश कुमार ने साल 2015 में एक बार फिर पुराने सहयोगी लालू यादव और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाकर  विधानसभा चुनाव लड़ा। इस चुनाव में सबसे ज्यादा मजेदार बात यह थी कि आरजेडी जेडीयू से अधिक सीट लेकर आई। इसके बावजूद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने और लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री व बड़े बेटे तेजप्रताप यादव स्वास्थ्य मंत्री बने।

साल 2013 में भाजपा के साथ 17 साल पुराना रिश्ता किया खत्म
साल 2013 में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2014 के लिए जब नरेंद्र मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया तो नीतीश कुमार को यह रास नहीं आया और उन्होंने बीजेपी से 17 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद नीतीश ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और सीएम की कुर्सी दलित नेता जीतन राम मांझी को सौंप दी।

1994 में लालू यादव के खिलाफ विद्रोह
साल 1994 में नीतीश कुमार ने लालू यादव का साथ छोड़कर लोगों को पहली बार चौंका दिया था। जनता दल से किनारा करते हुए नीतीश ने जॉर्ज फ़र्नान्डिस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया था। इसी दौरान उन्होंने 1996 में बीजेपी और समता पार्टी का गठबंधन हुआ। हालांकि, साल 2003 में समता पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU)बन गई।