International Yoga Day 2024: 21 जून को राज्यभर में योग दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां जोरों पर है। संस्थान से लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अलग-अलग स्थान पर योग दिवस बनाने का कार्यक्रम तय किया है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने बिहार के प्रत्येक मंडल में योग शिविर लगाने का फैसला किया है। इसके अलावा, कई सार्वजनिक संस्थाओं ने भी योग दिवस के असवर पर कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है।
प्रत्येक मंडल में योग शिविर आयोजित करेगी भाजपा
भाजपा के कार्यक्रम प्रभारी संजय गुप्ता ने सूचना देते हुए बताया है कि बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के निर्देशानुसार 21 जून को पार्टी द्वारा प्रत्येक मंडल में कम से कम एक योग शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसमें लाखों लोगों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
योग को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों को किया जाएगा सम्मानित
योग शिविर के दौरान योग को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों व संस्थानों को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में भाजपा के छोटे से बड़े लेवल तक के नेताओं को भाग लेने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा, भाजपा नेता शिक्षण संस्थान, सामाजिक संस्थाओं इत्यादि द्वारा आयोजित होने वाले सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे।
21 जून को देशभर में मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day 2024)
21 जून को देशभर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का उत्सव मनाया जाएगा। इस दिन भारत सरकार द्वारा योग के महत्व को जागरूक करने और लोगों को योग के लाभों के बारे में जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। विभिन्न आयोजन और कार्यक्रमों के माध्यम से योग के महत्व पर बल दिया जाता है और लोगों को योग अभ्यास में प्रेरित किया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम
प्रत्येक वर्ष, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग दिवस के लिए खास थीम तय की जाती है। इस साल यानी 2024 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम (International Yoga Day 2024 Theme) 'स्वयं और समाज के लिए योग' (Yoga for Self and Society) है।
International Yoga Day 2024: इतिहास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, प्रत्येक वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच पर अपने भाषण में की थी। उन्होंने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में सुझाव दिया था, क्योंकि यह उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है और इसका विशेष महत्व विश्व के कई हिस्सों में है।
इस प्रस्ताव को 177 देशों से भारत ने प्राथमिकता दी, जिससे 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र का संकल्प 69/131 को अपनाया गया। इस संकल्प ने योग के समग्र लाभ को मान्यता दी और उसकी स्वास्थ्य और भलाई को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका को जोर दिया। पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया, जिसमें विभिन्न घटनाओं और कार्यक्रमों का आयोजन वैश्विक रूप से किया गया था जिसका मुख्य उद्देश्य योग के प्रचार-प्रसार और इसके भले को लोगों के बीच फैलाना था।
उस समय से लेकर, हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को यूनाइटेड नेशंस द्वारा एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है जो योग के विभिन्न पहलुओं और इसके शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक स्वास्थ्य पर प्रकाश डालती है। योग की प्राचीन मूलभूतता को और इसकी सार्वभौमिक आकर्षण को याद दिलाने वाला यह दिन व्यक्तियों और समाजों के बीच सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने के रूप में कार्य करता है।