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निजी अस्पतालों के खिलाफ स्टेट नोडल एजेंसी ने सख्त रुख अपनाया है। दुर्ग के निजी अस्पताल  पर 11.41 लाख का जुर्माना ठोका  गया है। 

रायपुर। आयुष्मान स्वास्थ्य सहायता योजना के मरीजों से इलाज के नाम पर अतिरिक्त राशि लेने वाले निजी अस्पतालों के खिलाफ स्टेट नोडल एजेंसी ने सख्त रुख अपनाया है। दुर्ग के निजी अस्पताल  पर 11.41 लाख का जुर्माना ठोका  गया है। साथ ही राजनांदगांव के एक निजी हास्पिटल को योजना से तीन माह के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसी तरह की शिकायतों पर रायपुर सहित अन्य जिलों के 28 अस्पतालों को नोटिस थमाया गया है। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत लोगों को निशुल्क उपचार की सुविधा दी जाती है। 

इस दौरान निजी अस्पतालों द्वारा निर्धारित योजना के अतिरिक्त मरीजों से राशि लेने की शिकायत भी होती रहती है। इसी तरह की शिकायत के आधार पर इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बनाई गई स्टेट नोडल एजेंसी ने कुछ अस्पतालों पर एक्शन लिया है। दुर्ग के आरोग्यम सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल  के खिलाफ अतिरिक्त राशि लिए जाने की शिकायत की थी, जिसे सही पाए जाने पर 11.41 लाख रुपए जुर्माना किया गया है। इसी तरह राजनांदगांव के जय तुलसी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल को अतिरिक्त राशि लेने पर योजना से तीन माह के लिए निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा रायपुर सहित विभिन्न जिले के 28 अस्पतालों के शिकायतों के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इनके खिलाफ जवाब मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इस तरह की शिकायत

1. दुर्ग के आरोग्यम सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल में चार हितग्राहियों से क्रमश 68 हजार, 40 हजार तथा 1.15 लाख रुपए अतिरिक्त राशि ली गई थी। जांच में इसकी पुष्टि होने पर अस्पताल पर पांच गुना अधिक राशि यानी 11.41 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया। उसे इस तरह की शिकायत फिर नहीं मिलने की चेतावनी भी दी गई है।

2. राजनांद‌गांव के बसंतपुर स्थित जय तुलसी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल  के खिलाफ हीरालाल साहू की शिकायत पर गठित जिला स्तर की समिति ने जांच की थी। पुष्टि हुई कि मरीज को जनरल वार्ड में भर्ती रखने के बाद कार्ड से आईसीयू का पैकेज ब्लाक किया गया था, इसके साथ ही ओपीडी पंजीयन के तीन हजार रुपए लिए गए थे। अस्पताल को तीन माह के लिए योजना से निलंबित कर दिया गया है।

नियमित समीक्षा के बाद कार्रवाई

पीएम आयुष्मान भारत योजना के  स्टेट नोडल एजेंसी के उपसंचालक डॉ. केआर सोनवानी ने बताया कि, राज्य एवं जिला स्तरीय निरीक्षण टीम के द्वारा नियमित रूप से योजना की समीक्षा की जाती है। इसी क्रम में राज्य पंजीकृत अस्पतालों के विरुद्ध कार्यवाही की गई है। आयुष्मान योजना के द्वारा ईलाज हेतु भर्ती मरीजों से 104 आरोग्य सेवा के द्वारा फीडबैक भी ली जा रही है। जिसमें मरीजों से अतिरिक्त राशि लिए जाने, उपचार में कोई शिकायत, अस्पताल में साफ सफाई के साथ साथ चिकित्सक तथा स्टाफके व्यवहार संबंधी जानकारी भी ली जाती है। 

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