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प्रदेश की साहित्यिक संस्था ने रचनाकार सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन में प्रदेश के 100 रचनाकारों को स्व. छत्रसिंह बच्छावत स्मृति साहित्य श्री सम्मान से विभूषित किया गया।

रायपुर। प्रदेश की साहित्यिक संस्था ‘वक्ता मंच’ ने रायपुर के गुरु घासीदास अकादमी में रचानाकार सम्मान समारोह का आयोजन किया था। इस आयोजन में प्रदेश के 100 रचनाकारों को स्व. छत्रसिंह बच्छावत स्मृति साहित्य श्री सम्मान से विभूषित किया गया। इस अवसर पर राजधानी रायपुर की प्रतिष्ठित लेखिका किरणलता वैद्य के बाल साहित्य पर केंद्रित 2 कविता संग्रह  मुस्कान और मोनू मंकी का विमोचन भी हुआ। संगीत शिक्षक विनय बोपचे के निर्देशन में बाल कलाकारों ने विमोचित हो रहे काव्य संग्रह की कविताओं पर आधारित गीतों और बाल नाटिका का मंचन भी कियाl 

Kiranlata Vaidya's books were released
किरणलता वैद्य की पुस्तकों का किया गया विमोचन

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शंकराचार्य वि वि भिलाई के पूर्व कुलपति डॉ एल एस निगम रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार सुरेंद्र रावल ने की।  विशिष्ट अतिथि की आसंदी पर के. पी. सक्सेना ‘दूसरे’, टी के भोई, सुरेश शुक्ला और प्रदीप वैद्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते और संयोजन शुभम साहू ने किया। 

साहित्य हमारे सामूहिक स्वप्न को प्रतिबिंबित करता है

समापन समारोह छत्तीसगढ़ कर्मकार मंडल के पूर्व अध्यक्ष सन्नी अग्रवाल के आथित्य में पूरा हुआ। इस अवसर पर अतिथियों ने कहा कि, साहित्य से न केवल भाषा समृद्ध होती है बल्कि सामाजिक विवेक, सांस्कृतिक मूल्यों और मानवता के विकास का मार्ग प्रशस्त होता है l साहित्य हमारे सामूहिक स्वप्न को प्रतिबिंबित करता है l लेखकों को आम आदमी, उनके संघर्षों और जन सरोकारों के साथ जुड़ना पड़ेगा।  समाज और संस्कृति को गहराई से समझे बिना कोई अच्छा लेखक नहीं बन सकता।
 
100 से ज्यादा रचनाकारों का किया गया सम्मान 

कार्यक्रम के दौरान रायपुर, बिलासपुर, बस्तर, दुर्ग, भिलाई, कुम्हारी, गातापरा,  गंडई,  राजिम,  भाटापारा, बिलाईगढ, मुंगेली,  भैंसबौड,  कुकरेल,  खैरागढ़,  बालोद,  देवगाँव,  बेरला, गरियाबंद,  कुरुद्, धमतरी, गरियाबंद, धमधा, पांडुका, सारंगढ़, पिरदा, जामुल, आरंग, अम्लेश्वर सहित दूरस्थ क्षेत्रों से आए 100 से ज्यादा रचनाकारों को मोमेंटो और सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया l 

कार्यक्रम के अंतिम सत्र में काव्य पाठ का आयोजन 

कार्यक्रम के अंतिम सत्र में काव्य पाठ का भी आयोजन हुआ। काव्यपाठ में बड़ी संख्या में कवियों ने हिंदी, छत्तीसगढ़ी और उर्दू भाषा में धुआँधार प्रस्तुतियां दी। इस आयोजन में विवेक बेहरा, मनीष अवस्थी, दुष्यंत साहू, राजाराम रसिक, राजू छत्तीसगढिया, पूर्नेश डडसेना, हरिशंकर सोनी, खेमेश्वर पूरी गोस्वामी, आशा मानव सहित अन्य मौजूद रहे। 

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