रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में दरभा घाटी में जब साल 2013 में सबसे बड़ा नक्सली हमला हुआ, उस समय प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय विद्याचरण शुक्ल, बस्तर टाइगर के नाम से चर्चित सांसद महेंद्र कर्मा, पूर्व विधायक उदय मुदलियार, गोपी माधवानी सहित 38 लोगों की मौत हो गई थी। तब शनिवार की देर रात तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ रायपुर पहुंचे थे। रातभर वे यहां रुके। इस दौरान सोनिया गांधी सदमे में रहीं। 25 मई 2013 की घटना आज भी याद है। ये कहना है वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी का। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर जंगल में हुए नक्सली हमले के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने रायपुर में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से हालात की ताजा जानकारी ली और नक्सलियों के कायराना हमले की निंदा भी की थी।
राहुल भी देर रात पहुंचे थे रायपुर
तत्कालीन कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी देर रात रायपुर पहुंचे थे। दरभा घाटी में नक्सली हमले की घटना को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ बैठक के बाद सोनिया गांधी ने कहा, जो आम लोग राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े थे, नक्सलियों ने उन्हें भी बेरहमी से मार डाला। तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने घटना की तीखी आलोचना की थी। हमले के वक्त पूर्व सीएम स्व. अजीत जोगी सौभाग्यशाली रहे, जो परिवर्तन रैली के बाद सड़क से जा रहे काफिले में शामिल न होकर वे हेलीकाप्टर से रायपुर लौट आए।
भूपेश-महंत-सिंहदेव समेत कांग्रेसियों ने जताया शोक
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शोक जताया है। उन्होंने स्व. सिंह के प्रति आदरांजलि प्रकट करते हुए कहा, महान राष्ट्रकर्मी विदा हुए, देश आपका आभारी रहेगा सर। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मंत्री टीएस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व विधायकों, सांसदों समेत कांग्रेस के पदाधिकारियों ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी है।