कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार  जिले में धान की खरीदी जारी है। वहीं केंद्रों में बारदानों की कमी की आशंका है। जिसके चलते 
सोमवार को खरीदी प्रभावित हो सकती है। इसकी वजह यह है कि, मिलर की हड़ताल के चलते कस्टम मिलिंग में जो धान गया है वहां से बार दाना वापस सोसाइटी में अभी तक नहीं पहुंचा है। जिले में 166 सेवा सहकारी समितियों के धान खरीदी केंद्रों में खरीददारी की जा रही है। 

दरअसल किसानों से इस बार भी 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से लगभग 9 लाख 62 हजार 910 मैट्रिक टन धान की खरीदी होगी। वहीं अधिकतर खरीदी केंद्रों में पुराने बारदाने की कमी हो रही है। जिले में कई जगह सोमवार को जो किसान धान लेकर मंडियों में पहुंचेंगे उन किसानों से 50 प्रतिशत बारदाना मंगाया जा रहा है। केंद्रों में बारदाना की कमी की आशंका है। प्रभारी ने बताया गया कि, पुराने बारदानों की कमी के चलते सोमवार को खरीदी प्रभावित हो सकती है। 

खरीदी केन्द्रों में बारदानों की कमी 

राइस मिलर्स की हड़ताल को लेकर जल्दी कोई निर्णय नहीं हुआ तो फिर किसानों को बाजार से बारदाना खरीद कर मंडियों में पहुंचना होगा। वहीं नियमानुसार धान खरीदने के लिए 50-50 का रेशियो रखा गया है। मतलब 50% नए बारदाने में खरीदी होगी और 50% पुराने में होगी। शुक्रवार की स्थिति में देखा जाए तो जिले के खरीदी केंद्रों में पीडीएस के पुराने जूट के बारदाने लाए गए। केंद्रों में बारदानों की कमी पड़ गई है। 

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खरीदी के लिए अब सिर्फ पुराने बारदाने बचे 

वहीं कई जगह प्रबंधकों ने बताया कि, धान खरीदी केंद्र सुचारू रुप से चलाने किसानों को इस पर सहयोग करना होगा। कई जगह किसान विरोध भी कर सकते है। केंद्रों में सिर्फ एक दिन की खरीदी के लिए ही पुराने बारदाने ही बचे है। बचे धान को खरीदने के लिए लगभग एक करोड़ से अधिक बारदाना की जरूरत है। धान खरीदी केंद्रों की रिपोर्ट देखें तो पुराने बारदाना की काफी कमी है।