आशीष कुमार गुप्ता- बतौली। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली में शराब के नशे में धुत होकर पहाड़ी कोरवा तेजराम ने अपने परिवार के साथ मिलकर अपनी 20 वर्षीय पत्नी दुर्गावती की हत्या कर दी थी। जिसके बाद बतौली पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि, मेरी पत्नी दुर्गावती फांसी लगा ली है। इस बात की खबर जैसे ही मृतका के पिता को चली तो वो पुलिस से गुहार लगाने पहुंचे। लेकिन सुनवाई ना होने के बाद वो एसपी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की है।
गौरतलब है कि बतौली थाना अंतर्गत दुरस्त पहाड़ी कोरवा क्षेत्र चिपरकाया भूड़ूआमा में 22 फरवरी को शराब के नशे में धूत तेजराम कोरवा सहित पूरा परिवार शराब सेवन में लगे हुए थे। उस दौरान चुनाव के माहौल में घर- घर शराब की व्यवस्था प्रत्याशियों द्वारा दी गई थी। उसी के परिणाम स्वरूप शराब के नशे में डूबे तेजराम कोरवा का अपनी पत्नी दुर्गावती 20 वर्षीय से विवाद हो गया। जिसके बाद आक्रोशित होकर उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। परिवार के सदस्यों ने उसके साथ मिलकर शव को छिपा दिया।
मृतका के परिजनों से पति बोलता रहा झूठ
इस बीच मृतका की दादी मनियो ने अपनी नतनीन दुर्गावती के बारे पूछा तो मझीनो ने बताया कि, तेजराम के साथ आपकी नतनीन का मारपीट लड़ाई झगड़ा हुआ है, जो घर पर है। मृतक के पति तेजराम ने अपने ससुर कुंवर साय को बताया कि, आपकी बेटी फांसी लगा ली है। लेकिन जब कुंवर मृतका के घर पहुंचे तो बेटी का शव जमीन पर लेटा पड़ा था। तब बतौली पुलिस द्वारा मृतका का पोस्टमार्टम करा परिजनों को शव सौंप दिया गया। जिससे हताश होकर मृतका के पिता कुंवर साय द्वारा पिछले 15 दिनों से बतौली पुलिस से न्याय मांगने भटकते रहे फिर थकहार कर सरगुजा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप आरोपियों पर कारवाई की मांग की है।
पिता ने लगाई न्याय की गुहार
मृतका के पिता कुंवर साय ने कहा कि, बतौली पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी नहीं दिखाया गया। जबकि, पोस्टमार्टम किए डॉक्टर गणेश बेक ने बताया कि, मेरी बेटी के शरीर पर कई चोट के निशान थे और मृत हुए 60 घंटे बाद पुलिस को पता चला जो आत्महत्या की बात ही करते है। लेकिन आरोपी तेजराम अपने परिवार संग मिलकर पुलिस को गुमराह करते हुए हत्या को आत्महत्या बताने में लगा हुआ है। क्या कानून को अपने हाथों में लेकर फांसी लगाई मेरी बेटी का शव बिना पुलिस का उतार दिया गया, मै थक गया हूं। मुझे पुलिस से मृत बेटी के लिए न्याय चाहिए और आरोपियों को सजा मिले।