गौरव श्रीवास्तव- कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में भालुओं की आमद दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। जिसके कारण लोगों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। देर रात एक बार फिर भालू एक घर में आ धमका। देर रात से घर में घुसा भालू सुबह करीब 6 बजे घर से निकला। जिसके कारण भालू की मौजूदगी से परिवार रात भर सहमा रहा।
कांकेर। खाने की तलाश में भालू घरों को निशाना बना रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर देर रात भालू एक घर में जाकर घुस गया। जिसके कारण पूरा परिवार दहशत में आ गया था। @KankerDistrict #Chhattisgarh pic.twitter.com/O3WP2CD7ci
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) December 11, 2024
दरअसल, रात 11:30 बजे एकता नगर स्थित एक घर में घुस गया। इस दौरान भालू घर के आंगन सहित गली के दरवाजों में घूमते हुए नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने लगा। जिसके बाद घर में मौजूद लोग दहशत में आ गए थे। देर रात घुसा हुआ भालू सुबह 6 बजे भाग निकला। तब जाकर कहि परिवार ने राहत की सांस ली। भोजन पानी की तलाश में भालू अब घरों को निशाना बना रहे हैं।
शहर में फिर आ धमका भालू
वहीं बीते महीने कांकेर नेशनल हाइवे सड़क किनारे अचानक एक भालू आ गया था। वहां पर खड़ा युवक हमले में बाल-बाल बचा। वहीं कुत्ते भी भालू की तरफ दौड़ने लगे। घटना का सीसीटीवी फूटेज भी सामने आया था।
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गांव में 35 हाथियों की मौजूदगी से दहशत
वहीं बीते महीने दुधावा क्षेत्र के साईंमुंडा गांव के पास 35 हाथियों का झुंड आ धमका था। वन्य प्राणियों की इस आमद से लोगों में दहशत का माहौल था। वहीं वन विभाग सिर्फ कार्यवाही करने भालुओं और तेंदुओं को पकड़ने का दम भर रहा है। अब तक मैदानी कार्यवाही शून्य है। जिसके कारण लोगों में दहशत कम होने का नाम नहीं ले रहा है। भालू उदय नगर और राम नगर में दो लोगों पर हमला भी कर चुका है। बीते 1 माह में 5 अलग- अलग इलाकों में अजगर पकड़े जा चुके हैं।
रिहायशी इलाके की ओर आ रहे वन्यप्राणी
पिछले महीने जिला मुख्यालय से महज 5 किमी दूर 5 तेंदुओं का झुंड देखा गया था जो अभी भी इसी इलाके में मौजूद थे। वन विभाग के अनुसार इस इलाके में 8 तेंदुए हैं। वहीं दुधावा क्षेत्र से लगे एक गांव में तेंदुए तीन बच्चों पर हमला कर चुके हैं। जिसमें एक की मौत भी हो गई थी जबकि 2 बच्चे घायल हुए थे। बीते सप्ताह गढ़िया पहाड़ में तेंदुआ नजर आया था। भालू यहां रोजाना देखे जा रहे हैं।