बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में आगामी 4 दिसंबर को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी द्वारा संचालित परख सर्वे 2024 की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। यह पहल नई शिक्षा नीति 2020 के तहत शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य देश की मूल्यांकन प्रणाली को मानकीकृत करना और शैक्षणिक सुधार लाना है। इसी के तहत शासकीय प्राथमिक शाला अकोला की प्रधान पाठिका हिम कल्याणी सिन्हा बच्चों को लगातार अभ्यास कराकर इस परीक्षा के लिए तैयार कर रही हैं।
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ओएमआर सीट को समझने में बच्चे सफल
हिम कल्याणी सिन्हा का मानना है कि ओएमआर (ऑप्टिकल मार्क रीडर) सीट पर परीक्षा देना बच्चों के लिए एक नया अनुभव है। यह अनुभव उन्हें भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी मदद करेगा। वह बताती हैं कि, उनके लगातार प्रयास से स्कूल के बच्चे बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और ओएमआर सीट में उत्तर भरने की प्रक्रिया को समझने में सफल हो रहे हैं।
शैक्षणिक और मानसिक विकास को बढ़ावा
हिम कल्याणी का कहना यह भी है कि, लगातार अभ्यास से बच्चों की समझ में सुधार होता है और वे बेहतर परिणाम दे सकते हैं। उनका उद्देश्य बच्चों को न केवल परीक्षा के लिए तैयार करना है, बल्कि उनके शैक्षणिक और मानसिक विकास को भी बढ़ावा देना है। इस तरह की पहल परख सर्वे के उद्देश्यों के अनुरूप, छात्रों के समग्र विकास और भारतीय शिक्षा प्रणाली को वैश्विक मानकों पर लाने में मददगार साबित होगी और वह इसी दिशा में कार्य कर रही है।